पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का रामचरितमानस पर दिया गया बवाली बयान उनके लिए मुसीबत बनता नज़र आ रहा है. बीते दिनों इस बयान को लेकर दिल्ली पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज़ करवाई गई है. दूसरी ओर विपक्षी नेता लगातार उन्हें इस बयान को लेकर घेर रहे हैं. इतना ही नहीं […]
पटना : बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का रामचरितमानस पर दिया गया बवाली बयान उनके लिए मुसीबत बनता नज़र आ रहा है. बीते दिनों इस बयान को लेकर दिल्ली पुलिस में उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज़ करवाई गई है. दूसरी ओर विपक्षी नेता लगातार उन्हें इस बयान को लेकर घेर रहे हैं. इतना ही नहीं संत और आचार्य भी उनके इस बयान को लेकर नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं. इनके बावजूद भी शिक्षा मंत्री अपने बयान पर अड़े हुए हैं.
#WATCH | Patna: "How many times do I say the same thing? I spoke the truth, I stand by it. What do I have to do with whatever anyone says?…" says Bihar Education Minister Chandrashekhar on the row over his Ramcharitmanas remark. pic.twitter.com/S181f6xpeZ
— ANI (@ANI) January 13, 2023
हाल ही में शिक्षा मंत्री पटना पहुंचे थे. जहां शिक्षा मंत्री को देखते हुए उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया. जब उनसे विवादित बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया- “मैं कितनी बार एक ही बात कहता हूँ? मैंने सच बोला था, मैं उस पर कायम हूँ। कोई कुछ भी कहे मुझे उससे क्या लेना-देना?” उनकी इस प्रतिक्रिया से तो ऐसा ही लगता है कि शिक्षा मंत्री अभी भी अपने बवाली बयान पर टिके हुए हैं. बता दें, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने बीते बुधवार (11 जनवरी) को तुलसीदास की रामचरितमानस के बारे में बयान दिया था. नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी में उन्होने छात्रों को संबोधित करते हुए रामचरितमानस को समाज में नफरत फैलाने वाला बताया था. उन्होंने कहा था कि रामचरितमानस और मनुस्मृति समाज को विभाजित करने वाली पुस्तकें हैं.
गौरतलब है कि बुधवार को शिक्षा मंत्री विश्वविद्यालय में पहुंचे थे. जहां उन्होंने छात्रों को अपना संबोधन दिया था. इसी दौरान उन्होंने ये विवादित बयान दिया था. दरअसल शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर सभागार में मौजूद हजारों की तादाद में छात्र छात्राओं को संबोधित कर रहे थे. इसी बीच उन्होने कहा कि भारत सशक्त और समृद्ध मोहब्बत से बनेगा, नफरत से नहीं। देश में 6 हजार से अधिक जातियां मौजूद हैं साथ ही जितनी जातियां हैं, उतनी ही नफरत की दीवार भी है. जब तक ये समाज में रहेंगी तब तक भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता है.
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने आगे कहा कि संघ नागपुर से जुड़े लोग समाज में नफरत फैलाते हैं वो लोग समाज में मोहब्बत फैलाने के लिए निकले हुए हैं. इसके बाद शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन के दौरान रामचरितमानस के कई दोहों को पढ़ते हुए कहा कि यह (रामचरितमानस) समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है.
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