पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के एमएलसी राधाचरण साह उर्फ राधाचरण सेठ की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राधाचरण सेठ के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है. वहीं ईडी ने 26.19 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की है. बताया जाता है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक […]
पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के एमएलसी राधाचरण साह उर्फ राधाचरण सेठ की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राधाचरण सेठ के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है. वहीं ईडी ने 26.19 करोड़ की अवैध संपत्ति जब्त की है. बताया जाता है कि ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में यह कार्रवाई की है।
आपको बता दें कि यह कार्रवाई बालू के अवैध खनन और कारोबार मामले में ब्रॉडसन कंपनी से जुड़े मामलों की जांच में हुई है. वहीं करोड़ों की हेराफेरी के मामले में ईडी जांच कर रही है. बता दें कि इससे पहले ईडी ने पिछले साल सितंबर में जेडीयू के विधान परिषद सदस्य राधाचरण साह को आरा स्थित उनके फार्म हाउस से अरेस्ट किया था. इसके बाद न्यायिक हिरासत में उन्हें बेउर जेल भेज दिया था।
इसके बाद ईडी ने उनके बेटे कन्हैया प्रसाद को भी अरेस्ट किया था. वहीं कन्हैया प्रसाद का नाम भी बालू सिंडिकेट में शामिल है. ये अपने पिता राधाचरण सेठ के कारोबार में सहायता करते हैं. जेडीयू एमएलसी राधाचरण सेठ का सीधा संबंध बिहार के बड़े बालू कारोबारी समूह ब्रॉडसन के साथ है. बिहार में फैले बालू के सिंडिकेट को लेकर राधाचरण सेठ के करीबियों पर भी ईडी ने शिकंजा कसा था. वहीं बालू सिंडिकेट में शामिल आदित्य मल्टीकॉम के 2 कारोबारी सतीश कुमार और जगनारायण सिंह को भी ईडी की टीम ने अपनी हिरासत में लिया था. वहीं जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह फिलहाल जेल में बंद हैं।
आपको बता दें कि एमएलसी राधाचरण साह ने आरजेडी कोट से पहली बार 2015 में एमएलसी का चुनाव लड़ा था. उन्होंने 2022 में दूसरी बार जेडीयू से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की थी. वहीं जेडीयू एमएलसी राधाचरण साह के यहां कई बार इनकम टैक्स की रेड भी चुकी है. अब ईडी भी जांच कर रही है।