नई दिल्ली: दिल्ली में महंगी प्याज से लोग परेशान है. वहीं खुदरा बाजार में प्याज की कीमतें 60-80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं जो लोगे के बजट से बाहर है. वहीं प्याज की महंगाइ से परेशान लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है. सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए रेल के माध्यम से दिल्ली के किशनगंज रेलवे स्टेशन पर करीब 840 टन बफर प्याज पहुंचाया है.
रिपोर्ट के मुताबिक कांदा एक्सप्रेस के माध्यम से 20 अक्टूबर को 1,600 टन प्याज दिल्ली पहुंचने के बाद यह रेल मार्ग की दूसरी बड़ी आपूर्ति है. प्राइस स्टैबिलाइजेशन फंड (पीएसएफ) के तहत NAFED) की तरफ से खरीदी गई खेप मुख्य रूप से आजादपुर मंडी के माध्यम से जारी की जाएगी, जो 35 रुपये प्रति किलो की खुदरा दर के लिए निर्धारित किया गया है. वहीं दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमतें स्थान के हिसाब से 60-80 रुपये प्रति किलो चल रही हैं. पहली बार सरकार ने प्याज की लागत प्रभावी डिलिवरी के लिए रेल परिवहन को इस्तेमाल किया है.
इससे पहले 26 अक्टूबर को नेफेड ने चेन्नई में 840 टन प्याज भेजा था, जबकि सेम फॉर्मूला पर एक और खेप बुधवार को नासिक से गुवाहाटी के लिए रवाना हुई थी. वहीं सरकार ने खुदरा और थोक चैनल के जरिए 5 सितंबर से इसे जारी करना शुरू किया था. वहीं सरकार के मुताबिक नासिक और अन्य केंद्रों से सड़क परिवहन के जरिए 1.40 लाख टन प्याज भेजा गया है. अभी तक 22 राज्यों में 104 जगहों तक पहुंच चुका है, जबकि नाफेड 16 राज्यों में 52 स्थानों को अपने दायरे में रखता है.