हरियाणा के सोनीपत जिले में बिजली विभाग की लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बिजली विभाग ने 355 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बिल भेजा, जिससे वे हैरान और परेशान हो गए।
चंडीगढ़: हरियाणा के सोनीपत जिले में बिजली विभाग की लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां उमेदगढ़ गांव के निवासी लवेश गुप्ता को बिजली विभाग ने 355 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बिल भेजा, जिससे वे हैरान और परेशान हो गए। बिल में 33 हजार 904 रुपये का फिक्स चार्ज, 199 करोड़ 49 लाख रुपये का एनर्जी चार्ज, 14 करोड़ रुपये का फ्यूल सरचार्ज, 134 करोड़ रुपये का पीएलई चार्ज, करीब तीन करोड़ रुपये की बिजली शुल्क और चार करोड़ रुपये का नगर निगम टैक्स जोड़ा गया था।
लवेश गुप्ता ने तुरंत बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर इस बिल को ठीक करने की मांग की। अधिकारियों ने इसे तकनीकी गलती बताया और भरोसा दिलाया कि जल्द ही इसे सही कर दिया जाएगा।
इसी तरह बसंत विहार निवासी सरोज बाला को भी 78 लाख रुपये से अधिक का बिजली बिल भेजा गया। इस बिल में दो दिन में 9,99,322 यूनिट बिजली खपत दिखाई गई थी, जो किसी भी घरेलू उपभोक्ता के लिए संभव नहीं है। सरोज बाला के बेटे वकील विकास गुप्ता ने जब शिकायत की, तो बिजली निगम ने बिल को ठीक कर 723 रुपये कर दिया।
गन्नौर सब-डिवीजन के एसडीओ सचिन दहिया ने बताया कि लोड बढ़ाने वाले 16 उपभोक्ताओं के बिलों में तकनीकी गड़बड़ी के कारण गलत आंकड़े दर्ज हो गए थे। सभी बिलों को ठीक कर उपभोक्ताओं को जानकारी दे दी गई है। बिजली विभाग की इस गलती से उपभोक्ताओं में गुस्सा है। लोगों का कहना है कि ऐसी लापरवाही से उन्हें काफी परेशानी होती है. हालांकि विभाग ने भविष्य में ऐसी गलतियां न होने का आश्वाशन दिया है.
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