गांधीनगर: गुजरात के सुरत में पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस ने एक होटल में छापेमारी की और तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनके पास से लाखों रुपये की ड्रग्स बरामद किेए गए है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस रैकेट का खुलासा होने के बाद […]
गांधीनगर: गुजरात के सुरत में पुलिस ने एक बड़े ड्रग्स रैकेट का खुलासा किया है. पुलिस ने एक होटल में छापेमारी की और तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. जिनके पास से लाखों रुपये की ड्रग्स बरामद किेए गए है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि इस रैकेट का खुलासा होने के बाद कुछ अलग ही देखने को मिला है. दरअसल, सत्ताधारी पार्टी और विपक्षी के बीच घमासान शुरु हो चुका है. विपक्ष का आरपो है कि पकड़े गए आरोपियों का कनेक्शन सत्ताधारी दल से है.
सूरत के पुलिस आयुक्त अनुपम सिंह गहलोत ने बताया कि एक गुप्त सूचना मिली और पुलिस ने सोमवार को शहर के सलाबतपुरा इलाके में एक होटल था, जहां छापा मारा गया है. छापा मारने के बाद वहां से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. वहीं उनकी तलाशी ली गई और तीनों के पास से से 35.49 लाख रुपये की कीमत की 910 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग बरामद की गई. बता दें कि आरोपियों की पहचान राजस्थान के उदयपुर निवासी चेतन शाहू और सूरत के रहने वाले विकास अहीर और अनीश खान पठान के रूप में हुई है. जब प्रारंभिक जांच की गई तो, पता चला कि चेतन शाहू नाम का ड्रग सप्लायर राजस्थान से अहीर और पठान को ड्रग्स देने के लिए सूरत आया था.
अहीर और पठान शहर में पान और आइसक्रीम पार्लर चलाते थें. वहीं वो दोनों इसके जरिए नशे के आदी लोगों को मादक पदार्थ बेचते हैं. विकास अहीर की राजनीतिक कनेक्शन के बारे में पूछे जाने पर, डीसीपी गहलोत ने कहा कि अहीर को हिस्ट्रीशीटर के रूप में जाना जाता है और ऐसे लोग अपनी पहचान छिपाने के लिए खुद को किसी राजनीतिक पार्टी या प्रभावशाली लोगों से जोड़ लेते है. सूरत पुलिस ने इस मामले में एक विज्ञप्ति जारी की और कहा कि अहीर पर पहले से ही अपहरण, दंगा और हमले से जुड़े छह अलग-अलग एफआईआर दर्ज हुए हैं.