नई दिल्ली : एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या केस में एक नया मोड़ आया है। एक इंटरव्यू में उनके बेटे ने शक जताया है कि बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का संबंध मुंबई की बिल्डर लॉबी से है. हालाकिं अब तक इस मामले में जितनी भी गिरफ्तारियां हुई हैं, उन सभी का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े हुए है. इस लॉबी ने सच छिपा के रखा ताकि लॉरेंस बिश्नोई का नैरेटिव फैलाया जा सके। जीशान ने एक प्रोजेक्ट के मामले में शिवसेना यूबीटी नेता अनिल परब से विवाद की कहानी भी बताई और इशारों-इशारों में पूरा खेल उजागर करने की कोशिश की.
अजित पवार की पार्टी एनसीपी के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर की रात हत्या कर दी गई थी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। तब मीडिया ने पुलिस के हवाले से बताया था कि हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस की जांच अभी भी जारी है, लेकिन बाबा सिद्दीकी के बेटे और विधायक जीशान सिद्दीकी इससे संतुष्ट नहीं हैं। उनका मानना है कि लॉरेंस बिश्नोई नैरेटिव पर आधारित जांच बिल्डर लॉबी की संलिप्तता को नजरअंदाज कर रही है।
जीशान सिद्दीकी ने एक इंटरव्यू में कहा कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की चर्चा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस, अजित पवार और मुंबई पुलिस कमिश्नर के सामने हुई, जिससे मैं संतुष्ट नहीं हूं. लोगों ने अपना नेता खो दिया है लेकिन मैंने अपने पिता को खो दिया है. मेरा परिवार एक सेकंड में बिखर गया, मैं जांच से कैसे संतुष्ट हो सकता हूं. दो लोग पकड़े गए, लेकिन यह पता नहीं चल पाया कि साजिश किसने रची. मेरे पिता ने लोगों के घरों की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवा दी. लॉरेंस बिश्नोई थ्योरी को खारिज करते हुए जीशान सिद्दीकी ने कहा कि घटना के बाद बाबा सिद्दीकी के अस्पताल पहुंचने से पहले ही नैरेटिव सेट कर दिया गया था. अगर सिस्टम और इंटेलिजेंस को पता था, तो उन्होंने उसे क्यों नहीं रोका?
अगले दिन जीशान सिद्दीकी ने उसी इलाके में एक बैठक की और कहा कि आप किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। उन्होंने लोगों को समझाया था कि अगर बिल्डर ने अपना वादा पूरा किया है तो साइन कर दें। यह विवाद काफी दिनों तक चला। जीशान ने बताया कि बिल्डर गरीबों के लिए जो गलत काम करना चाहता था, बाबा सिद्दीकी उसका विरोध करते थे। बिल्डर उनके पिता को अपनी राह का कांटा मानता था। उन्होंने कहा कि जब बाबा सिद्दीकी पर हमला हुआ तो उनकी सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों ने अपनी बंदूकें तक नहीं निकाली, इसलिए उन्होंने हत्या की सही जांच की मांग की है।
लॉरेंस बिश्नोई से पहले कोई खतरा नहीं था। सालों पहले किसी ने धमकी दी थी। 15 दिन और एक महीने पहले धमकी आने की बात झूठ है। उन्होंने कहा कि हत्या के बाद लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बाबा सिद्दीकी, लॉरेंस बिश्नोई और सलमान खान के बीच कनेक्शन बनाया गया। जिस तरह से जल्दी-जल्दी नैरेटिव बनाया गया, उससे यह शक गहरा गया कि कहीं कुछ गड़बड़ है।
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