भिवानी। भिवानी कांड के आरोपियों की तलाश दो राज्यों की पुलिस कर रही है। इस दौरान राजस्थान के अलावा हरियाणा की पुलिस ने तलाशी अभियान के तहत आरोपियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की, जहां पर आरोपियों के मिलने की संभावना थी। इस कार्रवाई के बीच अब राजस्थान पुलिस पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगे है। […]
भिवानी। भिवानी कांड के आरोपियों की तलाश दो राज्यों की पुलिस कर रही है। इस दौरान राजस्थान के अलावा हरियाणा की पुलिस ने तलाशी अभियान के तहत आरोपियों के कई ठिकानों पर छापेमारी की, जहां पर आरोपियों के मिलने की संभावना थी। इस कार्रवाई के बीच अब राजस्थान पुलिस पर बेहद सनसनीखेज आरोप लगे है।
भिवानी कांड के आरोपी श्रीकांत पंडित की मां ने राजस्थान पुलिस पर छापेमारी के दौरान पुलिसकर्मियों पर उनकी प्रेग्नेंट बहू से मारपीट करते हुए उसके पेट पर लात मारने का आरोप लगाया है। लात इतनी तेज मारी गई, जिससे गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई।
बता दें, श्रीकांत पंडित, मोनू मानेसर के उस गौरक्षा ग्रुप का सदस्य है, जिस पर दो लोगों को जिंदा जलाने के आरोप लग रहे हैं। नूंह के पुलिस अधीक्षक वरुण सिंगला ने बाया कि श्रीकांत की मां दुलारी देवी ने शिकायत की है, जिस पर जांच शुरू कर दी गई है।
पुलिस अधीक्षक सिंगला ने बताया कि दुलारी देवी ने अपनी शिकायत में बताया है कि 17 फरवरी को राजस्थान पुलिस की एक टीम ने उनके घर पर छापेमारी की थी। टीम में 40 से ज्यादा पुलिसकर्मी शामिल थे। पुलिस वाले जबरन उनके घर में घुस गए और पूछताछ करने लगे। इस दौरान परिवार के लोगों से श्रीकांत के ठिकानों के बारे में पूछा गया और घर पर मौजूद लोगों से मारपीट भी की।
जैसे ही दुलारी ने बताया कि उनका बेटा घर पर नहीं है। इसके जवाब के बाद पुलिसकर्मियों ने उनकी गर्भवती बहू कमलेश के अलावा उनके साथ मारपीट शुरू कर दी, इसके अलावा गालियां और मारपीट करने केबाद पुलिस वाले दुलारी देवी के दो बेटों राहुल और विष्णु को अपने साथ भी ले गए। उसके बाद से उनके अपने बेटों के बारे में कुछ पता नहीं है।
दुलारी देवी ने कहा कि उनकी बहू कमलेश ने गर्भावास्था के 9 महीने पूरे कर लिए थे। पूछताछ कर रहे पुलिसकर्मियों ने उसके पेट पर लात मार दी, इसके बाद उसके पेट में तेज दर्द होने लगा। जिसके बाद उसे मंडी खेड़ा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से उसे नालहर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। यहां पर उसके बच्चे की मौत हो गई।
दुलारी देवी ने राजस्थान पुलिस के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। हालांकि हरियाणा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया है कि परिवार ने बिना पोस्टमॉर्टम कराए ही बच्चे के शव को दफना दिया है। ऐसे में परिवार के दावों की जांच भी की जा रही है।
हरियाणा के भिवानी में लोहारू के बारवास गांव के पाए जली हुई बोलेरो में 16 फरवरी को दो कंकाल मिले थे। मृतकों की पहचान नासिर और जुनैद के तौर पर हुई थी। दोनों राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले थे। मृतकों के परिजनों ने आरोप लगाया था कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने दोनों का भरतपुर में अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी।
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