नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने दुनिया में सबसे तेज 5G रोलआउट करने के बाद अब अगली दूरसंचार तकनीक पर काम शुरू कर दिया है. सरकार की तरफ से आईपीआर, क्वांटम और 6जी के लिए रिसर्च करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं. इस संबंध में दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने 30 जनवरी को भारत 5जी […]
नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने दुनिया में सबसे तेज 5G रोलआउट करने के बाद अब अगली दूरसंचार तकनीक पर काम शुरू कर दिया है. सरकार की तरफ से आईपीआर, क्वांटम और 6जी के लिए रिसर्च करने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं. इस संबंध में दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने 30 जनवरी को भारत 5जी पोर्टल लॉन्च किया, जो आईपीआर, क्वांटम, 5जी और 6जी से संबंधित कार्यों के लिए वन-स्टॉप समाधान के रूप में कार्य करेगा।
पोर्टल लॉन्च करने के बाद मित्तल ने कहा कि दुनिया में भारत का 5जी रोलआउट सबसे तेज है और अब हम 6जी के बारे में बात कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार नेटवर्क भारत के पास है और बहुत कम समय में स्वदेशी 4जी/5जी प्रौद्योगिकियों के विकास से दुनिया को आश्चर्यचकित कर दिया है. दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल ने आगे कहा कि आज एक लाख भारत में स्टार्टअप हैं और यह देशों के लिए भारत के साथ सहयोग करने का एक शानदार मौका है. दुनिया ने महसूस किया है कि भारत एक विश्वसनीय है और अब भारत के साथ हर कोई सहयोग करना चाहता है, चाहे वह 5जी या 6जी तकनीक पर हो।
उन्होंने बताया कि टेलीकॉम सेक्टर में स्टार्टअप्स के लिए भी सरकार निवेश की सुविधा दे रही है. भारत टेलीकॉम कार्यक्रम के दौरान लिंकिंग वेंचर कैपिटल/निवेशकों को स्टार्टअप के भविष्य से जोड़ना और ब्रिजिंग ड्रीम्स एंड फंडिंग नामक एक विशेष बैठक सत्र का उद्घाटन दूरसंचार सचिव मित्तल द्वारा किया गया. इस सत्र में 26 स्टार्टअप्स ने नवीन दूरसंचार उत्पादों पर अपनी प्रस्तुती दी. इस बैठक में मंत्रालय की तरफ से आयोजित 10 से अधिक उद्यम पूंजीपतियों और निवेशकों ने भाग लिया।