Bhaiyyu Ji Maharaj Suicide Case:भय्यूजी महाराज आत्महत्या केस में एक नया मोड़ सामने आया है.आरोपी ड्राइवर से पुलिस पूछताछ में बताया कि आश्रम से जुड़ी एक युवती महाराज को ब्लैकमेल कर रही थी. वह महाराज से 40 करोड़ रुपए नकदी की मांग कर रही थी.
इंदौर- भय्यूजी महाराज आत्महत्या केस में एक नया मोड़ सामने आया है. पांच करोड़ की फिरौती मांगने वाले आरोपी ड्राइवर ने जांच में कई ऐसे खुलासे किये है जिससे ये केस पूरी तरह खुल गया है. मामले में आरोपी ड्राइवर से पुलिस ने जब पूछताछ की तब उसने बताया कि आश्रम से जुड़ी एक युवती महाराज को ब्लैकमेल कर रही थी. वह महाराज से 40 करोड़ रुपए नकद, मुंबई में चार बीएचके का फ्लैट, 40 लाख रुपए की कार और खुद के लिए मुंबई के बड़े कॉर्पोरेट हाउस में नौकरी मांग कर रही थी.
आरोपी ड्राइवर ने अपने बयान में बताया कि महाराज ब्लैकमेलिंग के कारण तनाव में रहने लगे थे. मैं वर्ष 2004 से भय्यू महाराज की गाड़ी चला रहा था. साथ ही उसने सूर्योदय आश्रम से जुड़े कुछ सेवादारों की पोल खोलकर रख दी. उसने बताया कि महाराज के करीबी विनायक और शेखर को मामले की पूरी जानकारी थी . इन दोनों रुपए ऐंठने के लिए इस पूरी साजिश को रचा था.
क्या था पूरा मामला: आरोपी ड्राइवर की बात माने तो 50 वर्षीय भय्यूजी महाराज (उदयसिंह देशमुख)अपने करीब के लोगों से ज्यादा परेशान हो गये थे. उनके किसी एक करीबी ने दो साल पहले एक महिला को उनके घर पर काम पर लगाया था. बाद में यह महिला भय्यूजी महाराज को ब्लैकमेल करने लगी. युवती महाराज को अपने पास वीडियो और ऑडियो और कई अन्य वस्तुओं की धमकी देकर लाखों की कर चुकी थी. इससे परेशान होकर भय्यू महाराज ने इसी वर्ष 12 जून को अपने निवास पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी
आपको बता दें कि पुलिस ने आत्महत्या का मामला मानकर जांच की और इस केस को बंद करने की तैयारी कर ली, लेकिन एमआईजी पुलिस ने महाराज के करीबी ड्राइवर कैलाश पाटिल उर्फ भाऊ को वकील राजा उर्फ निवेश बड़जात्या से पांच करोड़ रुपए मांगने के आरोप में पकड़ लिया है.
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