बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बंद का असर बड़े पैमाने पर देखने को मिल सकता है. बंद के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कई व्यवसायों और स्थानीय प्रतिष्ठानों के बंद रहने की उम्मीद है. तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में 23 सितंबर को विरोध प्रदर्शन […]
बेंगलुरु: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बंद का असर बड़े पैमाने पर देखने को मिल सकता है. बंद के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कई व्यवसायों और स्थानीय प्रतिष्ठानों के बंद रहने की उम्मीद है. तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर कर्नाटक के विभिन्न हिस्सों में 23 सितंबर को विरोध प्रदर्शन देखने को मिला हैं. वहीं 26 सितंबर को कर्नाटक के कई संगठनों ने बेंगलुरु बंद का आह्वान किया है।
वहीं किसान नेता कुरुबुरु शांताकुमार ने बंद फैसले के बारे में ऐलान करते हुए विभिन्न संगठनों से सहयोग मांगा है. इसके अलावा उन्होंने स्कूल-कॉलेज समेत फिल्म चैंबर और आईटी कंपनियों से भी छुट्टी घोषित करने की अपील की. यही नहीं तमिलनाडु को पानी न दिए जाने को लेकर उन्होंने कर्नाटक सरकार से इस मुद्दे पर चर्चा के लिए विशेष विधानसभा सत्र बुलाने की भी मांग की।
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में बंद का असर बड़े पैमाने पर देखने को मिल सकता है. बंद के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करते हुए कई व्यवसायों और स्थानीय प्रतिष्ठानों के बंद रहने की उम्मीद है। साथ ही सार्वजनिक परिवहन में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है. वहीं बस सेवाओं और सार्वजनिक परिवहन में भी प्रभावित होने की आशंका है और इससे यात्रियों को संभावित रूप से असुविधा हो सकती है. वहीं राजधानी बेंगलुरु में स्कूल-कॉलेज भी बंद रहने की आशंका है जिससे छात्रों की नियमित दिनचर्या प्रभावित होगी।
इस दौरान विशेष रूप से अस्पताल, स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं और आवश्यक सेवाएं खुली रहने की उम्मीद है. वहीं आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए पुलिस, आपातकालीन सेवाएं और अग्निशमन चालू रहेंगी। हालांकि कुछ सरकारी कार्यालय प्रभावित हो सकते हैं।
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