बेंगलुरु: राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए बीजेपी के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया गया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने आज यानी 5 अप्रैल को कहा कि पिछले मार्च में बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए ने भाजपा के एक कार्यकर्ता को […]
बेंगलुरु: राजधानी बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में कथित संलिप्तता के लिए बीजेपी के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया गया है. कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने आज यानी 5 अप्रैल को कहा कि पिछले मार्च में बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में एनआईए ने भाजपा के एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है. मंत्री दिनेश गुंडू राव ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि तीर्थहल्ली के भाजपा नेता साई प्रसाद को रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में एनआईए ने हिरासत में ले लिया है।
उन्होंने लिखा कि क्या इसका मतलब यह नहीं है कि रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट में भारतीय जनता पार्टी का हाथ है, क्योंकि भाजपा नेता को एनआईए ने हिरासत में ले लिया है? क्या आपको इससे अधिक कोई सबूत चाहिए कि बीजेपी राज्य में धर्मरक्षा के नाम पर जो भगवा आतंकवाद चला रही है वह गंभीर समस्याएं पैदा कर रहा है? उन्होंने आगे लिखा कि देश पर आरएसएस की विचारधारा थोप रही केंद्रीय भाजपा का इस पर क्या कहना है? राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर विचार किए बिना कांग्रेस सरकार पर रामेश्वरम बम विस्फोट मामले का आरोप लगाने वाले बीजेपी नेताओं को अब जवाब देना चाहिए।
As part of the investigation into the Rameshwaram Cafe Blast dated March 1 at ITPL Road in Bengaluru's, the NIA has identified the accused person who carried out the IED blast as one Mussavir Hussain Shazib and co-conspirator as Abdul Matheen Taahaa, both residents of… pic.twitter.com/GQCDZXJYam
— ANI (@ANI) April 5, 2024
वहीं एनआईए ने अपने बयान में कहा है कि बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड पर एक मार्च को हुए रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट की जांच में एनआईए ने आईईडी विस्फोट को अंजाम देने वाले आरोपी व्यक्ति की पहचान सह-साजिशकर्ता अब्दुल मतीन ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब के रूप में की है, जो दोनों शिमोगा जिले के तीर्थहल्ली के रहने वाले हैं।
13 मार्च को रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले की कमान संभालने वाली एनआईए ने पहले मुजम्मिल शरीफ को अरेस्ट किया था, जिसे विस्फोट का मुख्य मास्टरमाइंड माना जाता है. शरीफ की गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु में छापेमारी के बाद हुई. सह-साजिशकर्ता अब्दुल मथीन ताहा और मुसाविर शाज़ीब हुसैन को अभी तक अरेस्ट नहीं किया गया है।
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