मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर हो रही राजनीति में मायावती भी कूद गई हैं। मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि केंद्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहान्त होने पर उनका अन्तिम संस्कार राजनीति पर राजनीति न करे।
नई दिल्ली। दो बार भारत के प्रधानमंत्री रह चुके डॉक्टर मनमोहन सिंह का आज यानी शनिवार, 28 दिसंबर को अंतिम संस्कार किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर उनके दिल्ली स्थित आवास पर रखा गया है जो थोड़ी देर में कांग्रेस मुख्यालय लाया जाएगा फिर वहां से अंतिम यात्रा निकलेगी। 11.45 बजे दिल्ली के निगमबोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा। इधर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर हो रही राजनीति में मायावती भी कूद गई हैं।
मायावती ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा है कि केंद्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहान्त होने पर उनका अन्तिम संस्कार वहां कराये तथा उनके सम्मान में भी स्मारक आदि वहीं बनवाये जहां उनके परिवार की दिली इच्छा है। इसके लिए कोई भी राजनीति करना ठीक नहीं है और इन मामलों में केन्द्र सरकार इनके परिवार की व सिख समाज की भी भावनाओं का ज़रूर सम्मान करे तो यह उचित होगा।
1. केन्द्र सरकार देश के पहले सिख प्रधानमंत्री रहे डा. मनमोहन सिंह के देहान्त होने पर उनका अन्तिम संस्कार वहाँ कराये तथा उनके सम्मान में भी स्मारक आदि वहीं बनवाये जहाँ उनके परिवार की दिली इच्छा है। (1/2)
— Mayawati (@Mayawati) December 28, 2024
बता दें कि कांग्रेस मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम घाट पर करना अपमान मानती है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन कर कहा कि मनमोहन सिंह जी का अंतिम संस्कार जहां पर किया जाए, वहां पर उनका स्मारक बनाया जाए। खड़गे के फ़ोन और चिट्ठी के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें और मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी। इसके लिए ट्रस्ट का गठन होगा और स्थान आवंटित किया जाएगा।