लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में मगई नदी पर बन रहे पुल का स्लैब बीते रविवार को देर शाम अचानक धराशाई हो गया. संयोग अच्छा था कि इस दौरान वहां पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं थे नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस मामले के बाद जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है. […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में मगई नदी पर बन रहे पुल का स्लैब बीते रविवार को देर शाम अचानक धराशाई हो गया. संयोग अच्छा था कि इस दौरान वहां पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं थे नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था. इस मामले के बाद जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लिया है. वहीं जिलाधिकारी द्वारा जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया गया है. गठित की गई कमेटी द्वारा जांच किए जाने पर दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद के फेफना विधानसभा क्षेत्र के फिरोजपुर गांव में मगई नदी पर 8.15 करोड़ की लागत से पुल का निर्माण कराया जा रहा है. यह पुल भाजप सरकार में स्वीकृत हुआ है और इसका निर्माण कार्य साल 2021 से प्रारंभ हुआ है. कहा जा रहा है कि यह कार्य सेतु निगम की तरफ से किया जा रहा है. बीते रविवार देर शाम पुल के निर्माण का बंद कर सभी कर्मचारी अपने घर चले गए थे. इसी बीच पुल का 50 फीट लंबा स्लैब अचानक धराशाई हो गया. जिस वक्त स्लैब गिरा उस वक्त कोई वहां मौजूद नहीं था वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
इस बात की जानकारी मिलने के बाद सोमवार को सेतु निगम के अधिकारी पहुंचे और जांच की. इसके अलावा अधिकारियों यह भी कहा कि स्लैब गिरने का कारण जानने और घटना की जांच के लिए राजधानी लखनऊ से एक टीम भी बलिया आएगी। वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बलिया के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार द्वारा इस मामले की जांच के लिए एक्सईएन पीडब्ल्यूडी, एक्सईएन आरईडी और एई डीरडीए की कमेटी गठित की गई है. जिलाधिकारी का कहना है कि दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
केंद्र सरकार बनाएगी LGBTQIA+ समुदाय के लिए समिति, जानिए किसकी होगी अध्यक्षता
सेना की महिला अधिकारी अब चलाएगीं तोप और रॉकेट,आर्टिलरी रेजीमेंट में पहले बैच को मिला कमीशन