तेलंगाना। आज संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर की सबसे बड़ी प्रतिमा का अनावरण हो रहा है। ये देश में बाबा साहब की सबसे बड़ी मूर्ति होगी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर आज अंबेडकर जी की 132वीं जयंती के अवसर पर इस मूर्ति का अनावरण करेंगे। इस प्रतिमा को तैयार करने में 147 करोड़ रुपए की लागत […]
तेलंगाना। आज संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर की सबसे बड़ी प्रतिमा का अनावरण हो रहा है। ये देश में बाबा साहब की सबसे बड़ी मूर्ति होगी। तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर आज अंबेडकर जी की 132वीं जयंती के अवसर पर इस मूर्ति का अनावरण करेंगे। इस प्रतिमा को तैयार करने में 147 करोड़ रुपए की लागत लगी है, वहीं इसका वजन 474 टन है।
बता दें कि देश में बाबा साहब की ये सबसे बड़ी प्रतिमा है। जंहा मूर्ति की ऊंचाई 125 फीट है, वहीं इसका संसदनुमा बेस 50 फीसद ऊंचा है। इस तरह प्रतिमा की कुल ऊंचाई 175 फीट है। बीआर अंबेडकर की मूर्ति के अनावरण के मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में बीआर अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर मौजूद होंगे। केसीआर ने मूर्तिकार पद्म भूषण राम वनजी सुतार कृष्णा को भी आमंत्रित किया है। इस खास मौके पर सीएम केसीआर उनको सम्मानित करेंगे। सीएम केसीआर ने कहा कि बाबा साहब के जंयती के मौके पर हैदराबाद शहर के बीच में इतने बड़े प्रतिमा को स्थापित करना न सिर्फ तेलंगाना बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।
केसीआर अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण करने के साथ ही उद्घाटन सभा को भी संबोधित करेंगे। केसीआर ने कहा है कि अंबेडकर जी की मूर्ति कल्पना से भी बेहतर बन कर तैयार हुई है। अनावरण के मौके पर उन्होंने आगे कहा कि बाबा साहेब सामाजिक न्याय के लिए लड़ने वाले योद्धा थे, संविधान को बनाने के रूप में उनका बलिदान और योगदान शाश्वत है। उन्होंने कहा कि अंबेडकर सिर्फ दलित के ही नहीं, बल्कि आदिवासी, बहुजन और भारत में जिन लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है, उनके आदर्श हैं। उनकी महात्वकांक्षाओं को साकार करने के लिए राज्य सचिवायल का नाम अंबेडकर के नाम पर रखा गया है।
बता दें कि बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प की वर्षा की जाएगी। पुष्प वर्षा के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग किया जाएगा। वहीं इतने बड़े मूर्ती पर लगे पर्दे को हटाने के लिए क्रेन का इस्तेमाल किया जाएगा। गौरतलब है कि अनावरण समारोह की शुरुआत दोपहर 2 बजे होगी, वहीं इसमें हिस्सा लेने के लिए राज्य के कोने-कोने से लोग आ रहे हैं। सार्वजनिक परिवहन के लिए 750 आरटीसी बसों को बुक किया गया है।