मुंबई। महाराष्ट्र एटीएस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस संगठन के कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसा डाटा मिला है, जिससे पता चलता है कि इनका प्लान साल 2047 तक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का था। PFI पर सितंबर 2022 में लगा था बैन […]
मुंबई। महाराष्ट्र एटीएस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई को लेकर बड़ा खुलासा किया है। इस संगठन के कुछ सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद कई ऐसा डाटा मिला है, जिससे पता चलता है कि इनका प्लान साल 2047 तक भारत को इस्लामिक स्टेट बनाने का था।
दरअसल महाराष्ट्र एटीएस (Anti-Terrorism Squad) ने सितंबर 2022 में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद एक चार्जशीट दाखिल की गई थी। इस चार्जशीट में एटीएस ने कई आरोप लगाए हैं। चार्जशीट के अनुसार आरोपियों के पास से कुछ ऐसे डाटा प्राप्त हुए थे, जिसमे भारत को साल 2047 तक इस्लामिक स्टेट बनाने का जिक्र था।
दाखिल किए गए चार्जशीट में बताया गया है कि, आरोपी मज़हर मंसूर खान को हिरासत में लिया गया था। फिर इसके मोबाइल के जांच में ‘भारत को 2047 तक इस्लामिक स्टेट बनाने के रोडमैम की ड्रॉफ्ट बुकलेट’ नाम से एक फाइल मिली थी। इसमें लिखा था कि ‘ भारत 2047 में इस्लाम के शासन की ओर, आंतरिक दस्तावेज प्रचलन के लिए नहीं।’
गौरतलब है कि ये पीडीएफ फाइल कुल 7 पन्नों की थी। इसके अनुसार देश में विशेष कर लक्षद्वीप और जम्मू कश्मीर के 8 जिलों में कुल 70 फीसदी मुस्लिम जनसंख्या है। जो कि भारत में दूसरे क्रमांक की जनसंख्या है। इसके हिसाब से साल 2047 तक ये आंकड़ा 100 फीसदी तक हो जाएगा। ऐसा होने पर भारत को मुस्लिम राष्ट्र घोषित कर दिया जाएगा।