नई दिल्ली. NIA ने हाल ही में PFI के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था. अब इसी मामले में एक अहम खुलासा हुआ है, दरअसल, महाराष्ट्र एटीएस (ATS) की रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएफआई के रडार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कई बड़े नेता थे. साथ […]
नई दिल्ली. NIA ने हाल ही में PFI के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया था. अब इसी मामले में एक अहम खुलासा हुआ है, दरअसल, महाराष्ट्र एटीएस (ATS) की रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएफआई के रडार पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के कई बड़े नेता थे. साथ ही इनके निशाने पर नागपुर का संघ मुख्यालय भी था, ये नागपुर के संघ मुख्यालय क उड़ाने की साज़िश कर रहे थे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, PFI आरएसएस और बीजेपी नेताओं पर हमला करना चाहता था. इस संगठन के सदस्यों ने आरएसएस के दशहरा के दिन होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी भी जुटाई थी, ये उसी दिन हमला करना चाहते थे.
बीते दिनों केरल, कर्नाटक समेत देश के 15 राज्यों में PFI के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी, जिसके बाद PFI के 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था. इस छापेमारी की कार्रवाई से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने कड़ी नाराज़गी जताई थी और छापेमारी के विरोध में केरल बंद का भी ऐलान किया था. इस बंद के दौरान केरल के कुछ शहरों से हिनक घटनाएं भी सामने आई थी, पीएफआई समर्थकों की ओर से कई जगह बस और कारों में तोड़फोड़ की गई थी, इतना ही नहीं तमिलनाडु में भाजपा कार्यालय पर पेट्रोल बम भी फेंका गया था.
इतना ही नहीं, केरल बंद के दौरान PFI के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी किए थे और पुलिस पर पथराव भी किया था.
पिछले हफ्ते ही केंद्रीय एजेन्सीयों के साथ महाराष्ट्र ATS ने राज्य के कई शहरों में छापेमारी की थी और महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 20 लोगो को हिरासत में लियाथा जिसमे कई लोगो की गिरफ्तारीं भी हुई थी.