Advertisement

Prayagraj Shootout: ‘आपको पचास कॉल की माननीय…’, एनकाउंटर के बाद अतीक ने किया इस नेता को फोन

प्रयागराज: 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर मामले में फंसे माफिया डॉन अतीक अहमद पर अब बड़ा खुलासा हुआ है. जहां STF की रडार पर अब एक सफेदपोश आ गया […]

Advertisement
Prayagraj Shootout: ‘आपको पचास कॉल की माननीय…’, एनकाउंटर के बाद अतीक ने किया इस नेता को फोन
  • March 15, 2023 3:44 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

प्रयागराज: 24 फरवरी को प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल और उनके दो सरकारी गनर की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्या को लेकर मामले में फंसे माफिया डॉन अतीक अहमद पर अब बड़ा खुलासा हुआ है. जहां STF की रडार पर अब एक सफेदपोश आ गया है जो माफिया अतीक अहमद के संपर्क में था और जिससे अतीक अहमद मदद की भीख मांग रहा था.

तीन नेताओं पर पुलिस को शक

कहा जा रहा है कि इस सफेदपोश के साथ अतीक अहमद ने कई बार फेसटाइम भी किया और कई फोन भी घुमाए. दोनों के बीच नॉर्मल कॉल पर बातचीत हुई जिससे सफेदपोश ने उठा लिया. जैसे ही उसने कॉल उठाई तो अतीक ने उससे कहा, ‘फेसटाइम पर आपको पचासों कॉल की माननीय लेकिन आप मेरा फोन नहीं उठा रहे. बात काहे नहीं कर रहे.’ अतीक की आवाज़ सुनने के बाद नेता ने उसका फोन काट दिया. ख़बरों की मानें तो STF की टीम ने इस मामले में प्रयागराज के ही तीन नेताओं पर शक जताया है. तीन प्रभावशाली नेता हो सकते हैं जो माफिया अतीक अहमद के संपर्क में रहे हों. अब STF की टीम को उन नेताओं की तलाश है. इसी के साथ पुलिस नेताओं के साथ पूछताछ में भी जुटी हुई है.

पत्नी ने संभाली गैंग की कमान

दूसरी ओर अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन की भूमिका को लेकर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं. कहा जा रहा है कि अतीक अहमद के जेल जाने के बाद से शाइस्ता ही थी जिसने उसकी गैंग की कमान संभाली. इसके अलावा उमेश पाल हत्याकांड में भी शाइस्ता परवीन का ही हाथ बताया जा रहा है। गौरतलब है कि बीते दिनों शाइस्ता फरार हो गई थी जिसपर अब 25 हजार का इनाम है. माफिआ डॉन की पत्नी पर 120बी का आरोप बनाया गया है. पुलिस को गुमराह करने वालों में सबसे पहले नाम शाइस्ता का ही आता है जिसने कभी कोर्ट का दरवाजा खटखटा कर तो कभी अपने बेटों के गुम होने की खबर से ध्यान भटकाया.

कारगिल युद्ध के साजिशकर्ता थे मुशर्रफ, 1965 में भारत के खिलाफ लड़े थे युद्ध

Parvez Musharraf: जानिए क्या है मुशर्रफ-धोनी कनेक्शन, लोग क्यों करते हैं याद

Advertisement