लखनऊ। एक साल पहले यानी 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद की प्रयागराज हॉस्पिटल जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोमवार को उसके बरसी पर शहर में ख़ामोशी छाई रही। इसी बीच अतीक अहमद के नंबर वन दुश्मन अखलाक ने बड़ा खुलासा किया है। जेल से जमानत पर रिहा हुए अखलाक ने […]
लखनऊ। एक साल पहले यानी 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद की प्रयागराज हॉस्पिटल जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सोमवार को उसके बरसी पर शहर में ख़ामोशी छाई रही। इसी बीच अतीक अहमद के नंबर वन दुश्मन अखलाक ने बड़ा खुलासा किया है। जेल से जमानत पर रिहा हुए अखलाक ने कहा कि अगर अतीक पर कोर्ट कैंपस में देशी बम से हमला करने के दौरान निशाना नहीं चूका होता तो 21 साल पहले ही माफिया मिट्टी में मिल चुका होता।
जिस माफिया अतीक से टक्कर लेने के बारे में बड़े-बड़े गैंगस्टर घबराते थे उसी पर दिन दहाड़े कोर्ट कैंपस में प्रयागराज के कुख्यात बमबाज अख़लाक़ अहमद ने हमला किया था। नैनी सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट कर अख़लाक़ जमानत पर बाहर आया हुआ है। अखलाक नवाबगंज के खुदा बक्स के पूरा गांव का रहने वाला है। अख़लाक़ ने अपने भाई अख्तर की मौत का बदला लेने के लिए अतीक अहमद पर बम से हमला किया था।
अखलाक का भाई अख्तर उस दौर के प्रयागराज के सबसे बड़े अपराधी और बमबाज चांद बाबा का करीबी था। चाँद बाबा की 1989 में हत्या कर दी गई, जिसमें अतीक अहमद को आरोपी बनाया गया। चाँद बाबा की हत्या का बदला लेने के लिए अख्तर ने अपने साथी जग्गा के साथ मिलकर अतीक को मारने का प्लान बनाया लेकिन वो बच गया। बाद में अतीक ने जग्गा को मार दिया। वहीं 1995 में अख़लाक़ के भाई को अतीक के गुर्गों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। सीबीआई ने इस केस में अतीक अहमद को भी आरोपी बनाया था लेकिन बाद में वह कोर्ट से बरी कर दिया गया था।
Read Also: Salman Khan: सलमान के घर के बाहर फायरिंग केस में दोनों आरोपी गुजरात से गिरफ्तार