अगरतला: जादब लाल नाथ त्रिपुरा की बागबासा सीट से बीजेपी विधायक हैं। विधायक को कथित तौर पर त्रिपुरा विधानसभा के भीतर भी पोर्न वीडियो देखते हुए पकड़ा गया था । एक रिपोर्ट के मुताबिक, जादब लाल नाथ विधानसभा सत्र के दौरान अपने टैबलेट पर पोर्नोग्राफी देख रहे थे। जब वह पोर्न देख रहे थी तो […]
अगरतला: जादब लाल नाथ त्रिपुरा की बागबासा सीट से बीजेपी विधायक हैं। विधायक को कथित तौर पर त्रिपुरा विधानसभा के भीतर भी पोर्न वीडियो देखते हुए पकड़ा गया था । एक रिपोर्ट के मुताबिक, जादब लाल नाथ विधानसभा सत्र के दौरान अपने टैबलेट पर पोर्नोग्राफी देख रहे थे। जब वह पोर्न देख रहे थी तो पीछे से किसी ने उनका वीडियो बना लिया। वीडियो सामने आते ही यह सोशल मीडिया पर आग की तरह वायरल हो गया। विधानसभा से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह घटना सोमवार 27 मार्च को हुई।
CPI(M) कार्यकर्ता जादब लाल नाथ 2018 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गए। जादब ने 2018 का चुनाव CPI(M) के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति रामेंद्र चंद्र देबनाथ के खिलाफ लड़ा था, लेकिन चुनाव हार गए। हाल ही में हुए 2023 के विधानसभा चुनाव में वे फिर से भाजपा से लड़े और जीते।
बीजेपी के अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य ने इस मामले में एक समाचार चैनल से बात की। उन्होंने कहा, “हमें इस घटना के बारे में कल रात मीडिया के माध्यम से पता चला। मैंने शाम को जादब लाल नाथ से भी बात की। मैंने आज उन्हें फोन किया। पार्टी की ओर से आपको नोटिस भी भेजा जाएगा। हम उनसे स्पष्टीकरण मांगेंगे। विधायक जादब लाल का कहना है कि यह साजिश के तहत किया गया है। इसे लेकर वह पार्टी में अपनी सफाई देंगे।
आपको बता दें, साल 2012 में भी ऐसा ही एक मामला कर्नाटक विधानसभा में सामने आया था। राज्य विधानसभा की कार्यवाही के दौरान कर्नाटक सरकार के दो मंत्री अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देखते हुए पकड़े गए। विधानसभा की कार्यवाही के दौरान तत्कालीन सहकारिता मंत्री महिला एवं बाल देखभाल मंत्री सीसी पाटिल और लक्ष्मण सावदी अपने मोबाइल फोन पर अश्लील वीडियो देख रहे थे।
आपको बता दें, लक्ष्मण सावदी और सीसी पाटिल की इस हरकत को विधानसभा की कार्यवाही कवर कर रहे एक स्थानीय चैनल ने कैमरे में कैद कर लिया। जब दोनों मंत्रियों ने बैठक में अश्लील क्लिपिंग देख रहे थे, तब तक बैठक में काफी गंभीर चर्चा हो रही थी। लेकिन दोनों मंत्रियों की इस बहस में कोई दिलचस्पी नहीं थी, दोनों ही अश्लील क्लिपिंग देखने में ज्यादा मसरूफ दिखे।
कर्नाटक की यह घटना लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार हुई थी जब कोई मंत्री विधानसभा के अंदर अश्लील वीडियो देखता पाया गया हो। कर्नाटक में जब यह मामला सामने आया तो तत्कालीन बीजेपी सरकार के चेहरे शर्म से झुक गए। विपक्ष पर जमकर हमला बोला। कर्नाटक के विपक्ष के नेता जनता दल सेक्युलर (JDS) और पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस घटना को लोकतंत्र पर काला धब्बा बताया।