गुवाहाटी. असम में एक मदरसे में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के शक में स्थानीय लोगों ने उसे खुद ही तोड़ दिया, पूर्वोत्तर भारत के असम में यह अब की इस तरीके की पहली घटना है. यह मदरसा असम के गोलपारा इलाके में था जिसे स्थानीय लोगों ने ढहा दिया. बता दें पुलिस ने भी […]
गुवाहाटी. असम में एक मदरसे में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के शक में स्थानीय लोगों ने उसे खुद ही तोड़ दिया, पूर्वोत्तर भारत के असम में यह अब की इस तरीके की पहली घटना है. यह मदरसा असम के गोलपारा इलाके में था जिसे स्थानीय लोगों ने ढहा दिया. बता दें पुलिस ने भी इस मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, असम के गोलपारा में स्थित इस मदरसे को लेकर लोगों को शक था कि यह मदरसा आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहा था, वहीँ अंसारुल्ला बांग्ला टीम, जोकि अलकायदा आतंकी संगठन का स्थानीय आउटफिट है, लोगों को शक था कि इस आतंकी संगठन की गतिविधियां इसी मदरसे में चल रही थीं और यहीं से आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा था. पुलिस के मुताबिक इस मदरसे को तोड़े जाने में कोई भी पुलिस फोर्स या फिर सरकारी संसाधन का इस्तेमाल नहीं किया गया, पुलिस का ये भी कहना है कि मदरसे के अलावा स्थानीय लोगों द्वारा पास के एक घर को भी तोड़ा गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ दिनों पहले अल कायदा की असम शाखा एबीटी यानी अंसारुल्ला बांग्ला टीम के दो सदस्यों को यहां से गिरफ्तार किया गया था, कहा जा रहा था कि ये भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल थे. इनका मकसद युवाओं को भड़काना और अपने संगठन के जरिए असम में किसी बड़ी आतंकी साज़िश को अंजाम देना था.
मदरसों के सर्वे को लेकर इस समय देश भर में राजनीति गरमाई हुई है. इसी कड़ी में मदरसों के सर्वे के सर्वेक्षण को लेकर दारुल उलूम के मोहतमिम ने चिंता जताई है. इसके साथ ही 24 सितंबर को प्रदेश भर के मदरसा संचालकों का सम्मेलन भी बुलाया है. इस सम्मेलन में सरकार के फैसले पर विचार के बाद अगली रणनीति तय होगी.