असम बाढ़: गुवाहाटी। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में इस वक्त लगातार भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जिसमें कुछ राज्यों में भूस्खलन से कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। फिलहाल पूर्वोत्तर राज्यों (Northeastern States) में सबसे ज्यादा भूस्खलन का सामना असम कर रहा है। 5 लाख से अधिक प्रभावित, 192 […]
गुवाहाटी। देश के पूर्वोत्तर राज्यों में इस वक्त लगातार भारी बारिश से बाढ़ के हालात बने हुए हैं। जिसमें कुछ राज्यों में भूस्खलन से कई लोग अपनी जान भी गंवा चुके हैं। फिलहाल पूर्वोत्तर राज्यों (Northeastern States) में सबसे ज्यादा भूस्खलन का सामना असम कर रहा है।
असम (Assam) में बाढ़ और भूस्खलन से इस साल अब तक 192 लोगों की मौत हो गई है। राज्य के कुल 12 जिलों में बाढ़ से अभी भी करीब 5.39 लाख लोग प्रभावित हैं। बताया जा रहा है कि पिछले 24 घंटे में असम के हैलाकांडी जिले में बाढ़ के पानी में डूबने से दो लोगों की मौत हो गई है। अभी तक असम में बाढ़ के कारण 173 और भूस्खलन की वजह से 19 लोग अपनी जान गवां चुके है।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Assam State Disaster Management Authority) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के मुताबिक कछार जिले में लगभग 3.56 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके साथ ही मोरीगांव जिले में 1.42 लाख लोग प्रभावित बताए जा रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) की रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल असम के आठ जिलों के 114 राहत शिविरों में 38,751 लोग रह रहे हैं। एएसडीएमए (Esdma) की इस रिपोर्ट में बताया गया है कि राज्य के 390 गांव और 7368 हेक्टेयर फसल भूमि बाढ़ के पानी में जलमग्न है।
बता दें कि कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी कम होने से लोगों को दूसरी परेशानियों को लेकर फिक्र बढ़ गई है। जैसे-जैसे बाढ़ का पानी कम होता जा रहा है, गंदे और प्रदूषित जल से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। जानकारी के मुताबिक मोरीगांव जिले के बाढ़ प्रभावित कई लोगों को तेज बुखार और दस्त जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ा है।
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