नई दिल्ली, इस समय बुलडोज़र कार्रवाई हर जगह चर्चा में है. जहां राजस्थान के अलवर ज़िले में भी बुलडोज़र से मंदिर तोड़ने के मामले में विवाद सियासी रंग लेता नज़र आ रहा है. अब इस विवाद को लेकर एआईएमआईएम चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. क्या बोले ओवैसी? ओवैसी ने राजस्थान के […]
नई दिल्ली, इस समय बुलडोज़र कार्रवाई हर जगह चर्चा में है. जहां राजस्थान के अलवर ज़िले में भी बुलडोज़र से मंदिर तोड़ने के मामले में विवाद सियासी रंग लेता नज़र आ रहा है. अब इस विवाद को लेकर एआईएमआईएम चीफ़ असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.
ओवैसी ने राजस्थान के अलवर मंदिर विवाद को लेकर कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों पर निशाना साधा है. जहाँ उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही ज़िम्मेदार हैं. इसलिए राजस्थान की सरकार और भाजपा दोनों को ही जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए. एक न्यूज़ एजेंसी से बातचीत के दौरान ओवैसी ने कहा, ”राजस्थान सरकार को जनता से माफी मांगनी चाहिए और बीजेपी को भी माफी मांगनी चाहिए क्योंकि राजगढ़, अलवर नगर पालिका बोर्ड में भाजपा का बहुमत है और कांग्रेस सरकार ने भी प्राचीन मंदिर टूटने दिया इसलिए दोनों बराबर के ज़िम्मेदार हैं.” बता दे, राजस्थान के अलवर में मंदिर पर बुलडोज़र चलाने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
जानकारी के मुताबिक अलवर जिले के राजगढ़ में मास्टर प्लान के नाम पर प्राचीन इमारतों और दुकानों पर बुलडोजर चलाए गए. कार्रवाई करने वाले अधिकारियों ने विकास के नाम पर मंदिरों को भी तोड़ा. बुलडोजर की कार्रवाई से राजगढ़ कस्बे की मुख्य सड़क खंडहर में तब्दील हो गई. मास्टर प्लान का हवाला देते हुए बिना किसी मुआवजे के भवनों और दुकानों को गिरा दिया गया.
प्रशासन की कार्रवाई से मंदिर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचा है. इस दौरान ड्रिल से 300 साल पुराना शिवलिंग भी तोड़ा गया. लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर साजिश के तहत मंदिरों को तोड़ा गया है.
अलवर में कार्रवाई के बाद बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘अलवर में 300 साल पुराने शिव मंदिर का विध्वंस राजस्थान की कांग्रेस सरकार की धर्म विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. मुख्यमंत्री जी, आप इस बुलडोजर का इस्तेमाल दंगाइयों और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए करते तो अच्छा होता.
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