मोरबी। गुजरात की एक अदालत ने मोरबी पुल हादसे को लेकर ओरेवा समूह के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल के खिलाफ 30 अक्टूबर को पुल गिरने के मामले को लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मोरबी में पुल गिरने के कारण करीब 135 लोगों की जान गई थी। बता दें, ओरेवा समूह की अजंता मैन्युफैक्टरिंग लिमिटेड […]
मोरबी। गुजरात की एक अदालत ने मोरबी पुल हादसे को लेकर ओरेवा समूह के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल के खिलाफ 30 अक्टूबर को पुल गिरने के मामले को लेकर गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। मोरबी में पुल गिरने के कारण करीब 135 लोगों की जान गई थी।
बता दें, ओरेवा समूह की अजंता मैन्युफैक्टरिंग लिमिटेड को मच्छू नदी पर बने इस पुल की मरम्मत और संचालन का काम दिया गया था। जिसके बाद घटना को लेकर राज्य सरकार की ओर से गठित विशेष जांच दल ने फर्म की ओर से कई खामियों का हवाला दिया था।
पीड़ित पक्ष की तरफ से प्रतिनिधित्व करने वाले अधिवक्ता दिलीप अगेचनिया ने सोमवार को बताया कि, मोरबी के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमजे खान ने घटना पर अंजता मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड के प्रबंध निदेशक जयसुख पटेल के खिलाफ पुलिस से आवेदन मिलने के बाद गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था।
मामले में दर्ज प्राथमिकी में पटेल का आरोपी के रूप में नाम नहीं है, लेकिन गिरफ्तारी से बचने के लिए उन्होंने अग्रिम जमानत के लिए 20 जनवरी को मोरबी सत्र अदालत का रुख किया था। मामले में अब तक अजंता मैन्युफैक्चरिंग के चार कर्मियों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
गुजरात के मोरबी की मच्छू नदी में बना सस्पेंशन ब्रिज के गिरन से कुल 134 लोगों की मौत हो गई थी। जिसके बाद गुजरात सरकार ने घटना पर कई छोटे स्तर से लेकर अधिकारियों और पुल के चौकीदारों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद अब कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने का वारंट जारी किया गया है।