लखनऊ : यूपी के नेता किसी भी मौके पर राजनीति करने से नहीं चूकते चाहे वह बड़ा मुद्दा हो या छोटा. एक मामला यूपी के अमेठी जिले में हुआ है. अमेठी के युवक के पास से सारस लाकर समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया था जो गायब हो गया है लेकिन बाद में चला कि […]
लखनऊ : यूपी के नेता किसी भी मौके पर राजनीति करने से नहीं चूकते चाहे वह बड़ा मुद्दा हो या छोटा. एक मामला यूपी के अमेठी जिले में हुआ है. अमेठी के युवक के पास से सारस लाकर समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया था जो गायब हो गया है लेकिन बाद में चला कि सारस दूसरे गांव में मिल गया है. उत्तर प्रदेश के वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सारस को आरिफ नाम के एक युवक के पास ले आए थे. आरिफ ने सारस को घायल होने के बाद पाला था. वन विभाग के सभी अधिकारी सारस को ढूंढने में लगे हुए थे. आरिफ ने ट्वीट कर बताया कि हमारा दोस्त सारस गायब हो गया है यह पोस्ट सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था. सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने भी ट्टीट कर सरकार को घेरा था.
उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर यूपी के वन विभाग पर आरोप लगाया था कि विभग द्वारा अमेठी से जबरदस्ती सारस को लाकर रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में छोड़ा गया था. अखिलेश ने आगे ट्वीट में लिखा की बीजेपी सरकार तत्काल सारस को खोजे नहीं पूरे भारत के पक्षी-प्रेमी सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे. अखिलेश के इस ट्वीट के बाद ये मामला काफी चर्चा का विषय बन गया है.
कुछ महीने पहले आरिफ को घायल हालत में एक सारस मिला था जिसके बाद आरिफ ने घायल सारस का इलाज कराया. सारस पक्षी ठीक होने के बाद आरिफ के साथ ही रहने लगा और धीरे-धीरे दोनों में दोस्ती हो गई. इस दोस्ती की कहानी इतनी चर्चा का विषय बनी कि आसपास के गांव के लोग देखने के लिए आरिफ के गांव मंडखा पहुंचने लगे. ये इसलिए भी ज्यादा चर्चा का विषय बन गया कि पूर्व सीएम भी इनकी दोस्ती को देखने के लिए 5 मार्च को मंडखा गांव पहुंचे थे. जिसके बाद अखिलेश यादव ने अपने सोशल मीडिया पर सारस और आरिफ के साथ एक फोटो भी शेयर की थी.
पक्षी विहार से गायब हुआ सारस मिल गया है वे अब आरिफ के साथ ही रहेगा. इसकी जानकारी अखिलेश यादव ने ट्वीट कर दी.
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