पटना: बदहाल विद्युत व्यवस्था के विरोध में कटिहार में उग्र प्रदर्शन के दौरान बिहार पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. इस फायरिंग में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी. अब दूसरे युवक ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. इतना ही नहीं जिस तीसरे युवक को गोली लगी है उसकी […]
पटना: बदहाल विद्युत व्यवस्था के विरोध में कटिहार में उग्र प्रदर्शन के दौरान बिहार पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. इस फायरिंग में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी. अब दूसरे युवक ने भी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया है. इतना ही नहीं जिस तीसरे युवक को गोली लगी है उसकी भी हालत गंभीर बताई जा रही है. बुधवार को हुई इस घटना से स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है दूसरी ओर इस कार्रवाई को सियासी रंग भी दिया जा रहा है.
गौरतलब है कि बुधवार को पुलिस की इस कार्रवाई में घायल हुए सोनू कुमार की मौत हो गई है. कटिहार मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती सोनू ने रात करीब 9 बजे दम तोड़ा. बताया जा रहा है कि सोनू के सिर में गोली लगी थी. विद्युत् की अव्यवस्था को लेकर प्रदर्शन कर रहे सोनू की पुलिस कार्रवाई में मौत होने से उसके परिजनों में जबरदस्त आक्रोश दिखाई दे रहा है. पुलिस पदाधिकारी व प्रशासनिक अधिकारी को रोते-बिलखते परिजन लगातार कोस रहे हैं और उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. इस दौरान सोनू के पिता लगातार एक ही बात दोहरा रहे थे कि उनके बेटे की हत्या पुलिस ने की है.
विद्युत विभाग में डाटा ऑपरेटर के पद पर कार्यरत सोनू के भाई मोनू ने बताया कि उसने घटना की सूचना अपने भाई को दी थी. सूचना मिलते ही सोनू मौके पर पहुंच गया लेकिन उग्र प्रदर्शन को देखते हुए उसने कुछ दूर पर अपनी मोटर साइकिल खड़ी कर दी. इस दौरान जब पुलिस की ओर से फायरिंग की जा रही थी तो उसके सिर में गोली जा लगी और वह जमीन पर गिर पड़ा. सदर अस्पताल में पुत्र का पोस्टमार्टम कराने पहुंचे मानिक चंद शाह का कहना है कि पुलिस की ओर से बर्बरतापूर्वक कार्रवाई की गयी है. पुलिस ने अंधाधुंध फायरिंग की जिसमें उनके बेटे के सिर में गोली लग गई.
सोनू के पिता की मांग है कि पुलिस पदाधिकारी पर ह्त्या का मुकदमा दर्ज़ किया जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो. वहीं मृतक के घर पर परिजनों के रो-रोकर बुरा हाल है. परिजनों का कहना है कि पुलिस लाठी चार्ज करती या आंसू गैस के गोले छोड़ती तो बात समझ में आती लेकिन फायरिंग की बात समझ में नहीं आ रही है.