TDP Rajya Sabha MP Joins BJP: आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के 4 राज्यसभा सांसद वायएस चौधरी, सीएम रमेश, टीजी वेंकेटेश और जीएम राव पीएम नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल हो गए हैं. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद चंद्रबाबू नायडू के लिए ये दूसरा बड़ा झटका माना जा रहा है.
नई दिल्ली. आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को लोकसभा और विधानसभा चुनाव नतीजों के बाद एक बार फिर बड़ा झटका लगा है. नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के 4 राज्यसभा सांसद वायएस चौधरी, सीएम रमेश, टीजी वेंकेटेश और जीएम राव बीजेपी में शामिल हो गए हैं. टीडीपी के तीन राज्यसभा सांसदों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में भाजपा का हाथ थामा है. हालांकि, सांसद जीएम राव खराब सेहत के चलते इस दौरान मौजूद नहीं रहे, वे बाद में औपचारिक रूप से पार्टी में शामिल होंगे.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चारों राज्यसभा सांसदों के पार्टी छोड़ने के बाद कहा कि उन्होंने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने और राज्य के हितों के लिए भाजपा से लड़ाई की. चंद्रबाबू नायडू ने आगे कहा कि हमने टीडीपी को कमजोर करने के लिए बीजेपी के प्रयासों की निंदा करते हुए विशेष दर्जे के लिए केंद्रीय मंत्रियों की बलि दी. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए कोई संकट या कोई नई बात नहीं है, कैडर और नेताओं के लिए घबराने की कोई बात नहीं है.
TDP MPs of Rajya Sabha- YS Chowdary, CM Ramesh, TG Venkatesh, join BJP in presence of BJP Working President JP Nadda. TDP Rajya Sabha MP GM Rao to formally join later as he is unwell. pic.twitter.com/IU6ximVYtd
— ANI (@ANI) June 20, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो टीडीपी में यह हलचल उस दौरान मची है जब चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ यूरोप मे छुट्टियां मना रहे हैं. एक दिन पहले ही चंद्रबाबू नायडू अपने पत्नी, बेटे, दामाद और पोते के साथ यूरोप के लिए रवाना हुए थे जो 26 जून को वापस लौट रहे हैं. इस बीच ही उनके चार राज्यसभा सांसद ने जेपी नड्डा के साथ उपराष्ट्रपति और सदन के सभापति वैंकेया नायडू को अपना इस्तीफा सौंपकर एक प्रस्ताव पारित कर राज्यसभा में टीडीपी को भाजपा में विलय कर दिया है.
राज्यसभा में टीडीपी के पास 6 सदस्य हैं जिनमें 4 यानी दो तिहाई से ज्यादा सदस्यों ने मिलकर बीजेपी में टीडीपी का विलय कर लिया है. दरअसल, दलबदल विरोधी कानून के अनुसार, किसी भी राजनीतिक दल से अलग हुए नए गुटों को तभी मान्यता मिलती है, जब उसके दो तिहाई सदस्य उस गुट में शामिल हो जाएं. राज्यसभा में कुल 245 सांसद हैं जिसमें सर्वाधिक 71 सदस्य बीजेपी के हैं.