अमृतपाल ने फिर उगला जुबानी ज़हर, ननकाना साहिब और लाहौर पर दिया ये बयान

चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक और सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह के भारत के खिलाफ विवादित बयानों का सिलसिला अभी भी जारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब भारत का अलग अंग नहीं है। आपको बता दें वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि लाहौर और ननकाना साहिब के बिना पंजाब की तस्वीर अधूरी है। इससे पहले […]

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अमृतपाल ने फिर उगला जुबानी ज़हर, ननकाना साहिब और लाहौर पर दिया ये बयान

Amisha Singh

  • March 1, 2023 4:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक और सिख उपदेशक अमृतपाल सिंह के भारत के खिलाफ विवादित बयानों का सिलसिला अभी भी जारी है। साथ ही उन्होंने कहा कि पंजाब भारत का अलग अंग नहीं है। आपको बता दें वह यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि लाहौर और ननकाना साहिब के बिना पंजाब की तस्वीर अधूरी है। इससे पहले अमृतपाल ने कहा था कि वह खुद को भारतीय नहीं मानते। एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में अमृतपाल ने कहा था कि भारतीय पासपोर्ट एक दस्तावेज है और इससे आप भारतीय नहीं हो जाते।

 

अमृतपाल सिंह का बयान

अलग से, पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वार्डिंग ने बुधवार को DGP को एक पत्र लिखकर अजनाला पुलिस स्टेशन हमले की जाँच का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘अमृतपाल के साथी तूफान सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और फिर पुलिस ने उसे छोड़ दिया। ऐसे में अब यहाँ सवाल उठता है कि क्या तूफान सिंह बेक़सूर था। पत्र में राजा वाडिंग ने पंजाब के माहौल बिगड़ने की भी आशंका जताई है। राजा वडिंग ने कहा कि अमृतपाल समर्थकों के खिलाफ एक्शन लिया जाना चाहिए।

 

अमृतपाल सिंह खुद को भारतीय नहीं मानते

अमृतपाल सिंह के इस बयान पर कि वह खुद को भारतीय नहीं मानते हैं, पूर्व राजनयिक केसी सिंह ने कहा कि कट्टरपंथी सिख उपदेशक और स्वयंभू अलगाववादी अमृतपाल सिंह को अपना पासपोर्ट सौंप देना चाहिए, क्योंकि अमृतपाल ने दावा किया था कि वह खुद को भारतीय नागरिक नहीं मानते हैं। सुनेहरा पंजाब पार्टी के प्रमुख केसी सिंह ने कहा कि अमृतपाल को शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त से स्टेटलेस इंसान के रूप में पहचान बनानी चाहिए क्योंकि “खालिस्तान सिर्फ उनके दिमाग में मौजूद है”।

 

कौन है अमृतपाल सिंह?

आपको बता दें, अमृतपाल पिछले साल भारत लौटने और सिख उपदेशक बनने से पहले दुबई में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करता था। उन्होंने अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित एक सामाजिक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का नेतृत्व किया, जिनकी पिछले साल फरवरी में एक दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने रविवार को कहा कि खालिस्तान समर्थक पाकिस्तान और अन्य देशों से फंडिंग हासिल कर रहे हैं और राज्य पुलिस समस्या से निपटने में सक्षम है।

 

 

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