चंडीगढ़: खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया अमृतपाल सिंह इस समय असम की डिब्रूगढ़ जेल में है। जानकारी के लिए बता दें कि अमृतपाल सिंह को NSA के तहत गिरफ्तार किया गया है। लेकिन अब अमृतपाल के सलाखों के पीछे जाने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ‘वारिस पंजाब दे’ […]
चंडीगढ़: खालिस्तानी समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया अमृतपाल सिंह इस समय असम की डिब्रूगढ़ जेल में है। जानकारी के लिए बता दें कि अमृतपाल सिंह को NSA के तहत गिरफ्तार किया गया है। लेकिन अब अमृतपाल के सलाखों के पीछे जाने के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि ‘वारिस पंजाब दे’ का अगला ‘वारिस’ कौन होगा। अमृतपाल तो जेल में बंद है ऐसे में कौन होगा ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया? आइए जानते है:
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, ‘वारिस पंजाब दे’ की शुरुआत अभिनेता और सामाजिक कार्यकर्ता दीप सिद्धू ने की थी। लेकिन बाद में अमृतपाल सिंह ‘वारिस पंजाब दे’ का मुखिया बना। इसके बाद दीप सिद्धू के भाई ने अमृतपाल पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। जबकि अमृतपाल फरार था, दीप सिद्धू के भाई मनदीप सिद्धू ने दावा किया कि अमृतपाल सिंह को ”वारिस पंजाब दे” के प्रमुख के रूप में नियुक्त करना अवैध था। क्योंकि इस संस्था की स्थापना उसके भाई ने की थी।
दीप सिद्धू को अमृतपाल भी पसंद नहीं था। उनका नंबर भी ब्लॉक कर दिया गया था। ब्लॉक किए गए नंबरों के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर भी शेयर किए गए हैं। मनदीप सिद्धू ने कहा कि अमृतपाल जब अगस्त 2022 में विदेश से लौटा तो उसने ‘वारिस पंजाब दे’ संस्था के दस्तावेज मांगे थे। जब उसके दस्तावेजों को अस्वीकार कर दिया गया, तो उसने अचानक “वारिस पंज-आब दे” नामक एक संगठन बनाया। जिससे दीप सिद्धू का आधिकारिक फेसबुक पेज भी जुड़ा हुआ था।
मिलते-जुलते नाम की वजह से फेसबुक पेज के फॉलोअर्स की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है जिससे लोगों में भ्रम पैदा हो गया कि क्या अमृतपाल अब दीप सिद्धू द्वारा बनाई गई संस्था के साथ काम कर रहा है। अमृतपाल पर आरोप लगाते हुए मनदीप सिद्धू ने आरोप लगाया कि अमृतपाल ने वारिस पंजाब डे संगठन को हाईजैक कर लिया है। उन्होंने मामले की जांच कराने की भी अपील की थी। अमृतपाल वारिस पंजाब डे संगठन की लोकप्रियता का फायदा उठाने की फ़िराक में था। ऐसे में खबर है कि पंजाब के मुखिया का नया वारिस दीप सिद्धू का भाई बन सकता है।