अमृतपाल सिंह के पास मात्र 1 हजार रूपये तो पत्नी लाखों की मालकिन, चुनावी हलफनामे में हुआ खुलासा

Amritpal Singh: वारिस पंजाब दे संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहा है। अमृतपाल सिंह को NSA के तहत गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल सिंह ने गुरुवार को असम की डिब्रूगढ़ जेल में अपना पर्चा भरा। […]

Advertisement
अमृतपाल सिंह के पास मात्र 1 हजार रूपये तो पत्नी लाखों की मालकिन, चुनावी हलफनामे में हुआ खुलासा

Sajid Hussain

  • May 11, 2024 11:37 am Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

Amritpal Singh: वारिस पंजाब दे संगठन का चीफ अमृतपाल सिंह पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहा है। अमृतपाल सिंह को NSA के तहत गिरफ्तार कर असम की डिब्रूगढ़ जेल में रखा गया है। अमृतपाल सिंह ने गुरुवार को असम की डिब्रूगढ़ जेल में अपना पर्चा भरा।

अमृतपाल के पास मात्र 1 हजार रूपये

31 वर्षीय अमृतपाल सिंह खडूर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। चुनावी हलफनामे के मुताबिक, उसके पास प्रोपर्टी के नाम पर एसबीआई बैंक में मात्र 1 हजार रुपए है। वहीं उसकी पत्नी के पास लाखों की संपत्ति है। उसकी पत्नी किरणदीप कौर के पास 18.37 लाख रुपए की चल संपत्ति है। जिसमें से 20,000 हजार रुपए नकद, 14 लाख रुपये के सोने के जेवर और 4,17,440 रुपए के बराबर 4,000 जीबीपी (पाउंड) शामिल हैं, जो रेवोल्यूट लिमिटेड, लंदन, यूके के खाते में जमा है।

बता दें कि हलफनामें के मुताबिक, अमृतपाल सिंह को उसके माता-पिता पर निर्भर दिखाया गया है जबकि उसकी पत्नी ब्रिटिश नागरिक हैं। किरणदीप कौर यूनाइटेड किंगडम में राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवाओं में भाषा अनुवादक के रूप में काम करती थीं, लेकिन अब वे एक हाउसवाइफ हैं। अमृतपाल सिंह ने घोषणा की है कि उनके खिलाफ 12 आपराधिक मामले लंबित हैं, हालांकि उन्हें किसी भी मामले में दोषी नहीं ठहराया गया है।

पिछले साल सुर्खियों में आया था अमृतपाल

23 फरवरी 2023 को अजनाला की घटना के बाद पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ कार्रवाई करनी शुरू की थी। बता दें कि अजनाला थाने में अमृतपाल और उनके सपोर्टर्स ने तलवारें और बंदूकें लहराई थी और साथ ही अपने साथी लवप्रीत सिंह तूफान की रिहाई के लिए अपने समर्थकों के साथ थाने में घुसा। जहां उसकी पुलिस से भी झड़प हुई थी।

यह भी पढ़े-

20 दिन और 18 सीटें… तिहाड़ से बाहर आकर केजरीवाल कैसे बदलेंगे AAP का चुनावी माहौल

Advertisement