नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में 18 सितंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। यह चुनाव अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर में हो रहे हैं और इसलिए पड़ोसी देश पाकिस्तान में कुलबुलाहट मची है। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पाकिस्तान को लेकर बड़ा बयान दिया है। जम्मू-कश्मीर में एक चुनावी रैली के दौरान उन्होंने साफ कर दिया कि घाटी में शांति कायम होने तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी।
केंद्र शासित प्रदेश की पहली चुनावी रैली (विजय संकल्प बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन) में अमित शाह ने कहा कि पहली बार यहां भारत के संविधान के तहत चुनाव हो रहे हैं। कोई भी ताकत जम्मू-कश्मीर में स्वायत्तता की बात नहीं कर सकती। पहली बार जम्मू-कश्मीर में बिना किसी बाधा के चुनाव हो रहे हैं। इससे पहले लोकसभा चुनाव में 58 फीसदी लोगों ने मतदान किया था। गृह मंत्री ने आगे कहा, “बूथ हमारी सबसे बड़ी ताकत है और जब ये पूरी ताकत से उतरते हैं तो अच्छे-अच्छों के पसीने छूट जाते हैं।”
चुनावों के लिए भाजपा के 10 एजेंडे बताते हुए शाह ने कहा, “कांग्रेस और एनसी जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद वापस लाना चाहते हैं, क्या आप ऐसा करेने देंगे? वे गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों का आरक्षण छीनना चाहते हैं। मैं राहुल गांधी को एक बात कहना चाहता हूं- चाहे आप कितनी भी कोशिश कर लें, हम गुज्जर, बकरवाल, पहाड़ी और दलितों के आरक्षण को छूने नहीं देंगे। अनुच्छेद 370 को निरस्त करने से महिलाओं को अधिकार मिले हैं, क्या आप उनसे उनके अधिकार छीनने देंगे? वे इसे जारी करना चाहते हैं।
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