त्रिपुरा : गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने त्रिपुरा में कैडर के शासन को खत्म कर दिया और संविधान का शासन लागू किया. बीजेपी ने राज्य में डर का माहौल खत्म किया. जब कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार थी तो 4 हजार लोग मारे गए थे. अब त्रिपुरा विकास की राह पर आगे […]
त्रिपुरा : गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने त्रिपुरा में कैडर के शासन को खत्म कर दिया और संविधान का शासन लागू किया. बीजेपी ने राज्य में डर का माहौल खत्म किया. जब कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार थी तो 4 हजार लोग मारे गए थे. अब त्रिपुरा विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है. शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस ने आपको अंधकार दिया, हमने आपको अधिकार दिया है. भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वोत्तर में 9000 से अधिक आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर किया.
अमित शाह अगरतला में विजय संकल्प रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होनें विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस, कम्युनिस्ट और तिपरा मोथा सब एक ही थाली के चट्टे-बट्टे है. अगर आप प्रदेश में शांति चाहिए तो कमल का बटन दबाएं.
अमित शाह ने कहा कि पहले किसी काम के लिए कम्युनिस्ट पार्टी के कैडर के पास जाना पड़ता था. लेकिन हमारी सरकार ने कैडर के शासन को खत्म कर संविधान लाई. कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टी ने प्रदेश में 50 से अधिक शासन किया लेकिन प्रदेश का विकास नहीं कर पाई. पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है.
गृह मंत्री ने कहा कि माकपा के शासन के दौरान प्रदेश में लोग मारे गए थे और पूरे प्रदेश में हिंसा हुई थी. बीजेपी ने ब्रू-रियांग से समझौता किया और यहां पर विकास लाई. इन 5 सालों में भारतीय जनता पार्टी ने त्रिपुरा में शांति स्थापित की है और आने वाले 5 सालों में हमरी पार्टी त्रिपुरा को पूर्वोत्तर का सबसे अच्छा राज्य बनाने का प्रयास करेगी.
त्रिपुरा के सीएम मणिक साहा ने रैली में कहा कि जब तक उत्तर पूर्व में विकास नहीं होगा तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है. वामपंथी की सरकार ने यहां पर 35 साल से अधिक शासन किया. दक्षिण के जिले में इस सरकार में 69 लोगों की हत्या की गई. वामपंथी फिर से सरकार में आने का प्रयास कर रहे है इनको रोकने का काम आप लोगों को करना है.
त्रिपुरा में 17 फरवरी को मतदान होगा. विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गृह मंत्री अमित शाह इन दिनों त्रिपुरा के दौरे पर है. बीजेपी ने 55 उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.
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