लखनऊ। बीजेपी से नाराजगी की ख़बरों के बीच अपर्णा यादव ने सोमवार शाम को सीएम योगी से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ पति प्रतीक यादव भी मौजूद रहे। सूत्रों का कहना है कि सीएम ने उन्हें पार्टी का निर्णय स्वीकारने को कहा। बता दें कि पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव […]
लखनऊ। बीजेपी से नाराजगी की ख़बरों के बीच अपर्णा यादव ने सोमवार शाम को सीएम योगी से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ पति प्रतीक यादव भी मौजूद रहे। सूत्रों का कहना है कि सीएम ने उन्हें पार्टी का निर्णय स्वीकारने को कहा। बता दें कि पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव को भारतीय जनता पार्टी ने 3 सितंबर को महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया। अपर्णा अपने पद से खुश नहीं हैं।
मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज से आज लखनऊ में उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष श्रीमती अपर्णा बिष्ट यादव जी ने अपने पति श्री प्रतीक यादव जी के साथ शिष्टाचार भेंट की।@aparnabisht7 pic.twitter.com/E7YMnR24Mg
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) September 9, 2024
अपर्णा का इस पद को लेकर कहना है कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक कद के सामने यह पद छोटा है। इस वजह से 6 दिन बीत जाने के बाद भी उन्होंने अब तक पदभार ग्रहण नहीं किया है। उन्होंने अपनी नाराजगी बीजेपी आलाकमान के सामने जाहिर कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि गृह मंत्री शाह ने अपर्णा से बात की हैं। उन्हें आश्वाशन दिया गया है कि भविष्य में पार्टी कई अहम जिम्मेदारियां सौंपेगी।
अपर्णा यादव भले ही बीजेपी में आ गईं लेकिन पार्टी उन्हें अब तक नजरअंदाज कर रही थी। इधर अपर्णा ने भी परिवार के बारे में कभी कुछ गलत बयान नहीं दिया। शिवपाल यादव के करीब बनी रही। अखिलेश-डिंपल या परिवार के किसी अन्य सदस्य पर भी कुछ नहीं कहा। कहा जाने लगा कि भाजपा में अपनी उपेक्षा को देखते हुए अपर्णा फिर से घर वापसी करने के बारे में सोच रही थीं। यही कारण है कि बीजेपी ने उन्हें महिला आयोग का उपाध्यक्ष बनाया। यूपी उपचुनाव में बीजेपी अपर्णा को करहल में भुनाना चाहती है।
राहुल ने विदेश में भारत को बताया बेकार, भड़के लोगों ने देशभक्ति पर उठा दिए सवाल
इंदिरा गांधी ने बेटे संजय के मरते ही विधवा मेनका को आधी रात घर से निकाल दिया, क्यों?