लखनऊ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आगरा के दयालबाग में अतिक्रमण के नाम पर की जाने वाली प्रशासनिक कार्रवाई को 5 अक्टूबर तक रोक बढ़ा दिया है। बता दें कि यह आगरा के दयालबाग में सत्संगियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प का मामला है। हाईकोर्ट ने 5 अक्टूबर को होने वाली अगली सुनवाई तक […]
लखनऊ: इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आगरा के दयालबाग में अतिक्रमण के नाम पर की जाने वाली प्रशासनिक कार्रवाई को 5 अक्टूबर तक रोक बढ़ा दिया है। बता दें कि यह आगरा के दयालबाग में सत्संगियों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प का मामला है। हाईकोर्ट ने 5 अक्टूबर को होने वाली अगली सुनवाई तक यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है। मामले की सुनवाई कर रही सिंगल बेंच ने याचिकाकर्ता को अर्जी में संशोधन किए जाने की इजाजत दे दी। अब संशोधित अर्जी पर 5 अक्टूबर को सुबह 10:00 बजे उच्च न्यायालय सुनवाई करेगा।
रविवार को एक बार फिर से पुलिस और प्रशासन की टीम अवैध कब्जे को हटाने पहुंची। इस दौरान पुलिस का आमना-सामना सत्संगियों से हो गया, ऐसे में माहौल को शांत करने के लिए प्रशासनिक अधिकारी आए और सत्संगियों को समझाने का प्रयास किया। इस दौरान सत्संगियों ने पुलिस बल पर पथराव कर दिया, जिसके बाद यहां जमकर हंगामा हुआ। बता दें कि बेकाबू हुई भीड़ पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
वहीं राधा स्वामी सत्संग सभा के एक सत्संगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस बाबत एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने सत्संगियों के द्वारा किए जा रहे कई समाजसेवी कामों का हवाला देते हुए यालबाग क्षेत्र में चल रहे घटनाक्रम के विषय में अपना पक्ष रखा है। राधा स्वामी सत्संग सभा के मीडिया प्रभारी एसके नैय्यर ने इसकी पुष्टि की है।