Allahabad High Court on health System : इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश के छोटे शहरों, कस्बों व ग्रामीण इलाकों में बढ़ते मामलों के बीच तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है कि सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। इसमें तत्काल सुधार की आवश्यकता है।
लखनऊ. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश के छोटे शहरों, कस्बों व ग्रामीण इलाकों में बढ़ते मामलों के बीच तल्ख टिप्पणी की है। कोर्ट ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा है कि सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे चल रही है। इसमें तत्काल सुधार की आवश्यकता है।
जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और अजीत कुमार की बेंच राज्य में कोरोना मरीजों की अच्छी देखभाल की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही थी. बेंच ने कहा कि छोटे शहरों और गांवों में स्वास्थ्य व्यवस्था राम भरोसे ही है।
कोर्ट ने कहा, ‘जहां तक चिकित्सा बुनियादी ढांचे का सवाल है, इन कुछ महीनों में हमने महसूस किया है कि बहुत नाजुक, कमजोर और दुर्बल है। जब यह सामान्य समय में हमारे लोगों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर सकता है, तो निश्चित रूप से वर्तमान महामारी के सामने इसे ध्वस्त हो ही जाना था।’
विपक्ष का हमला
कोर्ट की इस सख्त टिप्पणी के बाद सपा मुखिया और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर हमला बोला। अखिलेश यादव ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘भाजपा सरकार में उप्र के गांवों व कस्बों में चिकित्सा सेवाओं की दुर्व्यवस्था पर इलाहाबाद हाईकोर्ट की अति कठोर टिप्पणी के बाद तो राज्य के नेतृत्व को जागना चाहिए। दिखावटी दौरों से कुछ नहीं होने वाला, मरते हुए लोगों के प्रति सच्ची संवेदना और सक्रियता दिखाइए।’ अखिलेश ने आगे कहा, ‘माननीय मानवीय बनिए!’
उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जिलों के दौरे को दिखावटी करार देते हुए कहा कि इससे कुछ नहीं होने वाला, मरते हुए लोगों के प्रति सच्ची संवेदना और सक्रियता दिखाइए।