“लद्दाख में सब कुछ ठीक नहीं…” सोनम वांगचुक की पीएम मोदी से अपील

लद्दाख। बॉलीवुड की फिल्म 3 इडियट में रैंचो के किरदार से प्रसिद्ध हुए लद्दाख के समाज सुधारक सोनम वांगचुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लद्दाख के लगभग दो तिहाई ग्लेशियरों की सुरक्षा को सुनिश्चत करने का आग्रह किया है। वांगचुक ने कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय के द्वारा किए गए अध्ययनों से पता चला है कि […]

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“लद्दाख में सब कुछ ठीक नहीं…” सोनम वांगचुक की पीएम मोदी से अपील

Vikas Rana

  • January 23, 2023 11:57 am Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

लद्दाख। बॉलीवुड की फिल्म 3 इडियट में रैंचो के किरदार से प्रसिद्ध हुए लद्दाख के समाज सुधारक सोनम वांगचुक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लद्दाख के लगभग दो तिहाई ग्लेशियरों की सुरक्षा को सुनिश्चत करने का आग्रह किया है। वांगचुक ने कहा कि कश्मीर विश्वविद्यालय के द्वारा किए गए अध्ययनों से पता चला है कि इस केंद्र शासित प्रदेश में लगभग दो-तिहाई ग्लेशियर विलुप्त होने की कगार में है, अगर ऐसी लापरवाही जारी रही तो ग्लेशियर भी विलुप्त हो जाएंगे।

क्या बोले सोनम वांगचुक ?

वांगचुक ने ट्वीट करते हुए कहा कि, लद्दाख में सब कुछ ठीक नहीं है। मैं नरेंद्र मोदी जी से अपील करता हूं कि वे हस्तक्षेप करें और पर्यावरण के लिहाज से नाजुक लद्दाख को सुरक्षा प्रदान करें,  मैं सरकार और दुनिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए 26 जनवरी से खारदुंगला दर्रे की 18000 फीट की ऊंचाई में 5 दिन का अनशन करने की योजना बना रहा हूं।

सोनम वांगचुक का कहना है कि यदि लगातार पिघल रहे ग्लेशियरों का कोई उपाय नहीं किया जाता है, तो उद्योग, पर्यटन और वाणिज्य लद्दाख में फलते-फूलते रहेंगे मगर ये ग्लेशियर नहीं बच पाएंगे। कश्मीर विश्वविद्यालय के अलावा अन्य शोध संगठनों के अध्ययन से ये पता चला है कि अगर लेह-लद्दाख को लेकर सरकार द्वारा कोई योजना नहीं बनाई गई तो लगभग आधे ग्लेशियर खत्म हो जाएंगे।

पहले ही लगातार हो रहे राजमार्गों और मानवीय गतिविधियों के कारण ग्लेशियर तुलनात्मक रूप से तेजी से पिघल रहे हैं, अकेले अमेरिका और यूरोप ही जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि स्थानीय प्रदूषण और उत्सर्जन भी समान रूप से जिम्मेदार हैं। लद्दाख जैसे क्षेत्रों में कम इंसानी गतिविधियां होनी चाहिए ताकि लोगों के लिए भी ग्लेशियर बचे रह सके।

मेरी पीएम मोदी से अपील है कि वे लद्दाख और अन्य हिमालयी क्षेत्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करें। इससे लोगों के जीवन और रोजगार को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा सिर्फ सरकार ही नहीं स्थानीय लोगों को भी सरकार के सम्मान काम करना होगा।

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