अलीगढ़ के डीएम विशाख द्वारा आरटीओ कार्यालय पर फिल्मी स्टाइल में कार्रवाई करने के बाद अधीनस्थों में हड़कंप मच गया। आरटीओ विभाग में
UP News: अलीगढ़ के डीएम विशाख द्वारा आरटीओ कार्यालय पर फिल्मी स्टाइल में कार्रवाई करने के बाद अधीनस्थों में हड़कंप मच गया। आरटीओ विभाग में अफरा-तफरी का माहौल बन गया, क्योंकि सभी लोग यह समझ नहीं पा रहे थे कि इतनी सटीक सूचना डीएम तक कैसे पहुंची। दरअसल, डीएम ने अपने एक कर्मचारी को आरटीओ कार्यालय भेज कर मॉनिटरिंग कराई थी, जिससे उन्हें मिनट-दर-मिनट की अपडेट मिल रही थी।
डीएम अलीगढ़ ने आरटीओ कार्यालय में मौजूद भ्रष्टाचार की जड़ को पकड़ने के लिए सटीक योजना बनाई थी। उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त बाहरी लोगों को पकड़ने के लिए अपने लाव-लश्कर के साथ आरटीओ कार्यालय पर छापा मारा और मौके से कुछ लोगों को पकड़कर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। इसके अलावा, आरटीओ कार्यालय के प्रशिक्षण केंद्र पर भी कई खामियां मिलीं, जहां से भी डीएम ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कराया।
डीएम अलीगढ़ ने आरटीओ कार्यालय में मौजूद एक कार को भी सीज करने के आदेश दिए। इस कार्रवाई के पीछे उनकी प्रमुख वजह भ्रष्टाचार मुक्त अलीगढ़ की नींव रखना था। लंबे समय से आरटीओ कार्यालय में दलालों के माध्यम से काम होने की सूचनाएँ मिल रही थीं, जिनका स्वतः संज्ञान लेते हुए डीएम ने यह कदम उठाया।
मंगलवार को डीएम विशाख ने आरटीओ कार्यालय और आईटीआई क्षेत्र परिसर में ड्राइविंग प्रशिक्षण केंद्र का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में की गई कार्रवाई से आरटीओ कार्यालय के बाहर बैठे दलालों में खलबली मच गई। डीएम ने कई अनाधिकृत व्यक्तियों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से फर्जी कागजात मिले।
डीएम ने गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के खिलाफ आरटीओ को सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि पूर्व में भी शिकायतें प्राप्त हो रही थीं कि आरटीओ कार्यालय में अनाधिकृत व्यक्तियों द्वारा प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित किया जा रहा है। ऐसे में, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों का आपराधिक इतिहास भी रहा है। डीएम ने मोबाइल फोन और प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता की जांच कर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।
आरटीओ कार्यालय में वाहन संबंधी कागजात को पूरा कराने आए लोगों का कहना है कि आरटीओ कार्यालय में अधिकारियों की शह पर ही दलाली का काम होता है। कुछ लोगों ने बताया कि वे कई दिनों से चक्कर लगा रहे थे, लेकिन बिना दलाल के कोई काम नहीं हो पाया। एक महिला ने बताया कि उसने दलाल को पैसे दिए थे, लेकिन काम नहीं हुआ और अब वह आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगा रही है।
डीएम अलीगढ़ की इस कार्रवाई से लोगों में उम्मीद जगी है कि अब आरटीओ कार्यालय में बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि, लोगों का मानना है कि जब तक अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक यह दलाली का अड्डा बना रहेगा। डीएम के औचक निरीक्षण के दौरान एडीएम सिटी अमित कुमार भट्ट, एसीएम द्वितीय संजय मिश्रा, सीओ बन्ना देवी आर.के. सिसौदिया, एसएचओ बन्ना देवी पंकज कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
ये भी पढ़ें: लंदन से मुंबई लाया गया छत्रपति शिवाजी महाराज का ऐतिहासिक ‘वाघ नख’