लखनऊ : यूपी निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. निकाय चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरु कर दी है. यूपी की जनता बेरोजगारी, महंगाई, गंदगी, बढ़ती बिजली दर से परेशान है. उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में जनता भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाएगी. दलित वोट बैंक पर […]
लखनऊ : यूपी निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान कभी भी हो सकता है. निकाय चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरु कर दी है. यूपी की जनता बेरोजगारी, महंगाई, गंदगी, बढ़ती बिजली दर से परेशान है. उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में जनता भारतीय जनता पार्टी को सबक सिखाएगी.
अखिलेश यादव ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी दलितों और पिछड़ों के हक का आरक्षण छीन रही है और बहुजन समाज के लोगों को अपमानित कर रही है. इस बार के निकाय चुनाव में दलित समाज सपा के साथ है. हम सबको मिलकर बाबा संविधान के संविधान को बचाने का है नहीं तो भाजपा वाले संविधान को खत्म कर देंगे.
यूपी नगर निगम चुनाव को लेकर सूबे में सरगर्मी बढ़नी शुरू हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार इस निकाय चुनाव के दौरान नगर निगम का चुनाव ईवीएम से होगा तो वहीं नगरपालिका और नगर पंचायत की चुनाव बैलेट पेपर पर होगा. यह जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग की बैठक में सामने आई है. इसके साथ ही आयोग ने चुनाव के लिए पर्याप्त पुलिस बल मुहैया कराने के निर्देश भी दिए हैं.
इसके साथ ही इस चुनाव में निषपक्षता के लिए प्रतिबधता जताई है. उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासदों समेत कुल 14,684 पदों के लिए मतदान होने वाला है. इन पदों में 17 महापौर और 1420 पद पार्षद के हैं. इन पदों पर इवीएम के मदद से चुनाव किया जाएगा. इसके आलावा बाकी के पदों पर बैलेट पेपर से चुनाव होगा. इसके साथ ही जो पद संवेदनशील हैं उन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस की तैनाती भी की जाएगी.