सैफई : रविवार(20 नवंबर) को यूपी की सियासत में बेहद ख़ास तस्वीर सामने आई. जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव जैसे ही मंच पर पहुंचे तो उन्होंने चाचा शिवपाल यादव के चरण स्पर्श किए. बता दें, सैफई में आज चाचा शिवपाल यादव बहु डिंपल यादव को मैनपुरी सीट से जिताने के लिए पहली रैली कर रहे […]
सैफई : रविवार(20 नवंबर) को यूपी की सियासत में बेहद ख़ास तस्वीर सामने आई. जहां सपा प्रमुख अखिलेश यादव जैसे ही मंच पर पहुंचे तो उन्होंने चाचा शिवपाल यादव के चरण स्पर्श किए. बता दें, सैफई में आज चाचा शिवपाल यादव बहु डिंपल यादव को मैनपुरी सीट से जिताने के लिए पहली रैली कर रहे हैं. इस दौरान उनके साथ मंच पर सपा प्रमुख अखिलेश भी दिखाई दिए. SS मेमोरियल कॉलेज में दोनों को एक साथ देख कर सियासी तस्वीर कुछ बदली-बदली लग रही है.
#WATCH | Samajwadi Party chief Akhilesh Yadav meets PSP chief Shivpal Yadav, touches his feet atop the stage while campaigning for the byelections in Mainpuri, UP pic.twitter.com/c82LOivUqb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 20, 2022
प्रसपा प्रमुख शिवपाल यादव ने रैली को संबोधित किया और भाजपा पर जमकर हमला बोला. बदले हुए सुर में चाचा शिवपाल ने कहा- “BJP झूठ बोलने वाली सरकार है जो हमारे खिलाफ साजिशें रच रही है. मैनपुरी से इस बार बहू डिंपल यादव को जिताना है और BJP को हराना है।” इस दौरान मंच पर उनके साथ रामगोपाल यादव, रामगोविंद चौधरी, तेजप्रताप यादव, आदित्य यादव भी मौजूद रहे.
संबोधन में चाचा शिवपाल ने आगे कहा, ‘वह कहते थे कि पहले दोनों एक तो हो जाओ. अब हम एक हो गए हैं तो उनकी बोलती बंद कर देंगे और इस बार मैनपुरी में साईकिल दौड़ ही रहेगी.’ चाचा शिवपाल के बाद अखिलेश यादव ने मंच संभाला और कहा- “हम चाचा-भतीजे में कभी दूरी नहीं थी जो मैनपुरी का उपचुनाव पूरा देश देख रहा है. हमें एक साथ देखकर भाजपा को दिक्कत हो रही होगी. भाजपा को आज सबसे ज्यादा घबराहट हो रही होगी. भाजपा को हर जगह कमी दिखती है। हमें नेताजी के बताए रास्ते पर चलना है।”
बता दें, काफी लंबे अरसे के बाद शिवपाल यादव और अखिलेश यादव एक साथ एक ही मंच पर दिखाई दे रहे हैं. दोनों को एक साथ देखकर कार्यकर्ताओं में भी काफी जोश था. दोनों के मंच पर पहुंचते ही नेताजी जिंदाबाद और नेताजी अमर रहें के नारों से समा बंध गया. दोनों की इस मुलाकात में अब भाजपा के लिए क्या संदेश छिपा है. बता दें, मैनपुरी लोकसभा सीट पर 5 दिसंबर को उपचुनाव होना है. इस सीट को समाजवादी पार्टी की धरोहर कहा जाता है. यह सीट सपा संस्थापक और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई थी. जहां इस सीट को जीतने के लिए समाजवादी पार्टी पूरा दमखम से मैदान में उतरी है.
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