नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में ‘इंडिया’ गठबंधन (I.N.D.I.A) के दो प्रमुख दलों कांग्रेस और सपा के बीच की दरार लगातार बढ़ती ही जा रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अब जातीय जनगणना के मुद्दे पर सीधा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस […]
नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले यूपी में ‘इंडिया’ गठबंधन (I.N.D.I.A) के दो प्रमुख दलों कांग्रेस और सपा के बीच की दरार लगातार बढ़ती ही जा रही है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अब जातीय जनगणना के मुद्दे पर सीधा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस (Congress) द्वारा जातिगत जनगणना (Caste Census) की मांग करना एक ‘चमत्कार’ है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी तब तो जातीय जनगणना कराई नहीं और अब जब बीमारी बढ़ गई है और एमआरआई और सीटी स्कैन की जरूरत है तो वो एक्सरे की बात कर रही है।
दरअसल राहुल गांधी ने तेलंगाना की एक जनसभा में जाति जनगणना को सबसे बड़ा मुद्दा बताते हुए इसको देश का एक्स-रे बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे देश में दलितों, आदिवासियों और ओबीसी की स्थिति पता चलेगी। जब अखिलेश यादव से राहुल के इस बयान पर सवाल किया गया तो उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अब बीमारी बढ़ गई है औ अब एक्सरे नहीं सीटी स्कैन और एमआरआई करने की जरूरत है।
अखिलेश यादव ने कहा कि जिस वक्त एक्सरे होना था वो एक्सरे का समय था, आज सीटी स्कैन है, एमआरआई मशीन है। उन्होंने कहा कि बीमारी और बड़ी हो गई है. जो लड़ाई लड़नी चाहिए थी उस समय यदि समाधान हो गया होता तो खाई इतनी बड़ी नहीं होती कि पांच प्रतिशत लोगों के पास 60 फिसदी भारत की संपत्ति चली गई। यह किसने किया? यह पुरानी सरकारों की गलत नीतियों के चलते हुआ। उन्होंने कहा कि जब एक्सरे करना था तब किया नहीं, बीमारी बढ़ गई है। आज एमआरआई सीटी स्कैन की जरूरत है और मुझे उम्मीद है जब कभी भी समाजवादियों को सरकार में आने का मौका मिलेगा सबसे पहले जातीय जनगणना कराई जाएगी।