बंगला विवाद यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का पीछा नहीं छोड़ रहा सरकारी बंगले में तोड़फोड़ को लेकर बीजेपी लगातार उन पर हमला बोल रही है और कार्रवाई की मांग कर रही है. जिस पर अखिलेश यादव ने सफाई देेते हुए कहा कि बंगले में जो भी निर्माण हुए सरकारी अनुमति के बाद हुए उन्होंमे कहा कि जो भी व्यक्ति बंगले में तोड़फोड़ करने वाले का नाम बताएगा उसे 11 लाख रुपये इनाम दिया जाएगा.
लखनऊः सरकारी बंगले में तोड़फोड़ के आरोपों से घिरे उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने अपना बचाव करते हुए कहा कि जो लोग बंगले तो ध्वस्त करने वाली की सूचना देंगे उन्हें समाजवादी पार्टी 11 लाख रुपये इनाम के तौर पर देगी. समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्रा की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि सरकारी आवास में बिना सरकारी अनुमति के कोई भी निर्माण नहीं किया गया था. उन्होंने कहा कि बंगला खाली करने के बाद कुछ लोग वहां हथौड़ा और कुदाल लेकर पहुंचे थे.
अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस तरह पुलिस इनाम घोषित करती है हम पत्रकार साथियों से कहेंगे कि उस रात चैनल के लोग भी वहां कैमरा लेकर पहुंचे थे. आप तोड़फोड़ करना वालों का नाम बता दो, हम समाजवादी लोग दो-दो हजार रुपये जोड़कर 11 लाख रुपये देंगे. उनका कहना है कि बंगले में जो भी निर्माण कराया गया उसके लिए लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी से पहले अनुमति ली गई थी.
बता दें कि बतौर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को बंगला अलॉट हुआ था जिसे योगी आदित्यनाथ के सीएम बनने के बाद उन्हें खाली करना पड़ा था. जिसके बाद अखिलेश यादव पर बंगले में अवैध निर्माण और तोड़फोड़ के आरोप लगाए गए थे. भारतीय जनता पार्टी ने उन पर जमकर हमला बोला था इससे पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश नल की टोटी लेकर पहुंच गए थे उन्होंने कहा था कि जो हमने लगवाया वही निकलवाया. जिसके बाद एक फिर अखिलेश ने इस मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत की.
यह भी पढ़ें- यूपी में बोले अमित शाह- मायावती, अखिलेश यादव और राहुल गांधी भी मिलकर नहीं हरा सकेंगे 2019 लोकसभा चुनाव