लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से जातीय जनगणना की बात दोहराई है. उन्होंने कहा कि बिहार ने एक रास्ता दिखाया है और देश को उसे देखना चाहिए.
लखनऊ: सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार फिर से जातीय जनगणना की बात दोहराई है. उन्होंने कहा कि बिहार ने एक रास्ता दिखाया है और देश को उसे देखना चाहिए. हमें उम्मीद है कि सरकार जातिगत जनगणना कराएगी और उसका डेटा भी सार्वजनिक करेगी.
मीडिया बातचीत में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी उपचुनाव से लेकर इंडिया गठबंधन और जातीय जनगणना को लेकर अपनी बात कही है, जब अखिलेश यादव से पूछा गया कि यूपीए की सरकार में जातीय जनगणना के आंकड़े क्यों नहीं सार्वजनिक किए गए तो इस पर उन्होंने कहा कि राजनीति इतिहास और पुराने नेताओं ने क्या किया इसे मैं नहीं जाना चाहता हूं, लेकिन आज की पीढ़ी में पॉज़िटिव सोच है वो जानती है कि ट्रांसपेरेंट सोसाइटी के दौर में वो चल रही है. अभी के समय में आप कोई बात नहीं छुपा सकते.
अखिलेश यादव ने कहा कि सपा इसलिए जातीय जनगणना की बात कर रही है, क्योंकि हमारा देश और मजबूत रहेगा. सपा के सत्ता में रहते हुए जातीय जनगणना नहीं कराने पर उन्होंने कहा कि हमें 2012 से 2017 तक उम्मीद थी कि उस समय की सरकार ने जो भरोसा दिया था. हमें याद है कि शरद यादव, लालू यादव, नेताजी जी और दक्षिण के जितने भी नेता थे सभी ने जातिगत जनगणना की मांग की थी. उन्होंने कहा कि जातिगत डेटा उस समय कलेक्ट हुआ, लेकिन वो सार्वजनिक नहीं हुआ. हमें उम्मीद है कि इस बार जातिगत जनगणना होगी और उसका डेटा भी सार्वजनिक करेगी. बिहार ने एक रास्ता दिखाया है तो देश को देखना चाहिए और जातिगत जनगणना करानी चाहिए.