चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के एक्शन के बाद भी खालिस्तान समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह का कुछ पता नहीं चल पाया है. हालांकि पुलिस अब तक उसके सैंकड़ों साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन अभी भी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल फरार है जिसे जेल में डालने के लिए पुलिस 9 राज्यों में छापेमारी कर रही है. […]
चंडीगढ़: पंजाब पुलिस के एक्शन के बाद भी खालिस्तान समर्थक और भगोड़े अमृतपाल सिंह का कुछ पता नहीं चल पाया है. हालांकि पुलिस अब तक उसके सैंकड़ों साथियों को गिरफ्तार कर चुकी है. लेकिन अभी भी खालिस्तान समर्थक अमृतपाल फरार है जिसे जेल में डालने के लिए पुलिस 9 राज्यों में छापेमारी कर रही है. एक ओर पंजाब पुलिस ख़ाक छान रही है वहीं दूसरी ओर सिखों के संगठन जत्थेदार अकाल तख्त ने पुलिस को अल्टीमेटम दे दिया है.
दरअसल सिखों के संगठन जत्थेदार अकाल तख्त ने अमृतपाल सिंह के साथियों को रिहा करने के लिए पुलिस को ये अल्टीमेटम दिया है. उनका कहना है कि 24 घंटे के अंदर यदि अमृतपाल के समर्थकों को जेल से रिहा नहीं किया गया तो अंजाम बुरे होंगे. सोमवार (27 मार्च) को SGPC के प्रमुख हरजिन्दर सिंह धामी ने कहा कि सरकार अगले 24 घंटों के अंदर ही अमृतपाल के सभी साथियों को रिहा करे. ऐसा नहीं किया गया तो संगठन के सदस्यों द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा.
इतना ही नहीं धमई ने ऐसे लोगों को भी उनके साथ सम्पर्क करने को कहा है जिनके परिवार के किसी सदस्य को अब तक पंजाब पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किया है. उन परिवारों से संपर्क के बाद कोर्ट में याचिका दाखिल की जाएगी. इस बात का ऐलान SGPC के प्रमुख ने किया है. हरजिन्दर सिंह धामी ने पंजाब पुलिस के इस पूरे एक्शन को अमृतपाल के खिलाफ और सिखों को बदनाम करने की साजिश करार दिया है. SGPC प्रमुख धामी ने आगे कहा है कि वह नेशनल मीडिया के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करेंगे। बता दें, उन्होंने मीडिया कवरेज को भी सिखों को बदनाम करने की साजिश करार दिया है.
वहीं सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई है कि अमृतपाल उत्तर प्रदेश के रास्ते नेपाल भाग चुका है. इसी कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तराखंड के बाद अब नेपाल में भी अमृतपाल की तलाश शुरू हो गई है. इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB), पंजाब पुलिस और दिल्ली पुलिस की टीमें अमृतपाल की तलाश में नेपाल तक पहुँच चुकी है जहां हरियाणा के बाद 20 मार्च को अमृतपाल आगे कहां गया इसे लेकर पुलिस के हाथ कोई भी पुख्ता सुराग नहीं मिले हैं. 23 मार्च को अमृतपाल के लखीमपुर खीरी में होने की भी खबर सामने आई है जहां से नेपाल महज 2 घंटों की दूरी पर है.
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