नई दिल्ली : महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने देश में जाति जनगणना के मुद्दे पर अपनी राय दी है. उन्होंने कहा कि मुझे खुद को लगता है कि देश में एक बार जाति जनगणना होनी चाहिए
अजित पवार इससे पहले भी जाति जनगणना के पक्ष में बोल चुके हैं.उनकी पार्टी एनसीपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान अपनी पार्टी के घोषणापत्र में जाति-आधारित जनगणना की मांग के लिए अपना सर्मथन दिया था.
अजित पवार पहले भी जाति जनगणना के मुद्दे पर अपना पक्ष रख चुके है. उनकी पार्टी एनसीपी ने लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के घोषणापत्र में जाति-आधारित जनगणना की मांग के लिए जोरदार समर्थन दिया था .
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम पवार ने कहा था कि हमारी पार्टी जाति पंथ और धर्म के बावजूद इंसान के रूप में जीने के अधिकार में विश्वास करती है.उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी समानता बंधुत्व और एकता में भरोसा करती है .समाज के पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा से जोड़ना हमारा फर्ज है.इसलिए हम जाति आधारित जनगणना की मांग करते है
लोकसभा चुनाव में जाति जनगणना का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ था. कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने इसकी लगातार मांग की थी .आईएएनएस की एक रिपोर्ट के अनुसार राहुल गांधी ने उस दौरान कहा था कि केवल जाति जनगणना नहीं होगी.यह एक आर्थिक सर्वे होगा.मतलब पूरे हिंदुस्तान में किसके हाथ में कितना पैसा है. हर संस्था का सर्वे होगा .तब पता लगेगा किसके हाथ में कितना पैसा है.किस वर्ग की क्या हालात है. बता दें पिछले महीने 31 जुलाई को कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के सांसदों ने जाति जनगणना करवाने की मांग को लेकर लोकसभा में जोरदार हंगामा और नारेबाजी किया था
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