मुंबई : महाराष्ट्र में सियासी खींचतान कम होने का नाम नहीं ले रही है. बीते रविवार को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने 18 विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया. अजित पवार डिप्टी सीएम बने है और 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. अजित पवार के […]
मुंबई : महाराष्ट्र में सियासी खींचतान कम होने का नाम नहीं ले रही है. बीते रविवार को एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने 18 विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन दे दिया. अजित पवार डिप्टी सीएम बने है और 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. अजित पवार के शिंदे सरकार को समर्थन देने के बाद एनसीपी 2 गुट में बंट गया है और पार्टी पर कब्जे को लेकर जंग चल रही है. जिन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी अब उनमें मंत्रालय को लेकर खींचतान चल रही है. अजित पवार दावा कर रहे है कि हमारे साथ 40 विधायकों का समर्थन है वहीं शरद पवार के समर्थक नेता अजित पवार के दावे को सिरे से नकार रहे है.
रविवार को अजित पवार के साथ 8 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली थी अभी तक इन मंत्रियों को मंत्रालय नहीं मिला है. आज यानी मंगलवार को सीएम शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और डिप्टी सीएम अजित पवार की बैठक हुई. इस बैठक में मंत्रालय को लेकर चर्चा हुई लेकिन अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हो पाया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अजित पवार को PWD और वित्त मंत्रालय मिल सकता है. वहीं शिंदे गुट के विधायकों का कहना है कि अजित पवार के गुट के मंत्रियों को अहम मंत्रालय न दिया जाए. अभी तक मंत्रालयों को लेकर कोई सहमति नहीं हो पाई है. आने वाले कुछ दिनों में एक बार फिर से बैठक होगी जिसके बाद ही कोई नतीजा निकलेगा.
डिप्टी सीएम अजित पवार दावा कर रहे है कि हमारे साथ 40 विधायक है. वहीं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने का कि हम पार्टी को फिर से नए सिरे से खड़ा कर देंगे. एनसीपी के दोनों गुट 5 जुलाई को नेताओं की बैठक बुलाई है. 5 जुलाई को शरद पवार के गुट के लोग दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र और डिप्टी सीएम अजित पवार का गुट भुजबल नॉलेज सिटी में अपनी बैठक करेंगे. दोनों गुट के नेता एनसीपी पर अपना-अपना दावा ठोक रहे है.
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