नई दिल्ली. दिल्ली AIIMS में 6 दिन से सर्वर लगातार डाउन है. इस बीच ऐसी जानकारी मिली है सर्वर डाउन होने के पीछे हैकर्स का हाथ है. वहीं हैकर्स ने अब इसके लिए 200 करोड़ की मांग की है. हैकर्स का कहना है कि उन्हें ये रकम क्रिप्टोकरेंसी से चाहिए, और 200 करोड़ मिलने के […]
नई दिल्ली. दिल्ली AIIMS में 6 दिन से सर्वर लगातार डाउन है. इस बीच ऐसी जानकारी मिली है सर्वर डाउन होने के पीछे हैकर्स का हाथ है. वहीं हैकर्स ने अब इसके लिए 200 करोड़ की मांग की है. हैकर्स का कहना है कि उन्हें ये रकम क्रिप्टोकरेंसी से चाहिए, और 200 करोड़ मिलने के बाद ही वो सर्वर ठीक करेंगे.
दरअसल, 23 नवंबर की सुबह से दिल्ली AIIMS का सर्वर डाउन है, शुरुआत में, टेक्नीशियन सर्वर के रेस्पॉन्स नहीं करने के पीछे के कारणों का पता लगा रहे थे, उस समय सिर्फ ये कयास लगाए जा रहे थे कि इसे हैक करने की कोशिश की गई है लेकिन अब ये साफ़ हो गया है कि सर्वर को हैक किया गया है. बता दें AIIMS दिल्ली के सर्वर पर देश की सभी बड़ी और नामचीन हस्तियों के मेडिकल रिकॉर्ड और अन्य जानकारियां है, जिसमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्री और कई अन्य मंत्रियों का मेडिकल रिकॉर्ड है. ऐसे में, सर्वर हैक होना बहुत संवेदनशील मुद्दा मिल गया है.
कांग्रेस ने एम्स के सर्वर हैक किए जाने को लेकर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस का कहना है कि देश में साइबर सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बन गया है लेकिन तब भी सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है.
एम्स की सर्वर पर 23 नवंबर को अटैक हुआ था, इसकी वज़ह से एम्स के ई-हास्पिटल का सर्वर व लेबोरेटरी इंफार्मेशन सिस्टम का सर्वर खराब हो गया था। इसके अलावा इन दोनों के बैकअप सर्वर में भी अंदेशा लगा था कि इसको भी हैक कर लिया गया है। इस वज़ह से 23 नवंबर से ही एम्स की डिजिटल सेवाएं ठप हो गई थी और अभी भी इनमें कोई भी सुधार नहीं है आया है। सर्वर और कंप्यूटर्स में एंटी वायरस इंस्टॉल किए जा रहे हैं, ताकि डाटा का बैकअप कर लिया जाए। 5 हज़ार सिस्टम में दोबारा एंटीवायरस सिस्टम इस्टाल कर के उनके डाटा को बचाने की कोशिश की जा रही है। इनमें से करीब 12 सौ कंप्यूटर्स पर इंस्टालेशन का काम पूरा हो चुका है और उनके सर्वर में भी सुधार लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नेशनल इंफार्मेटिक सेंटर, इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस की टीम एम्स की सर्वर को ठीक करने में जुटी हुई है। एम्स में मौजूद सभी पांच हज़ार कंप्यूटर को स्कैन किया जाएगा। इस कार्य में कई दिनों का समय लगेगा, जिसकी वज़ह से कुछ दिनों के लिए सारे डिजिटल सर्वर्स को बंद रखा जाएगा। बताया जा रहा है कि अभी डिजिटल सेवाओं को शुरू करने में एक-दो दिन को भी समय लग सकता है। फिलहाल एम्स प्रशासन इस मामले पर मीडिया से कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है, पूरा प्रशासन इस समस्या को ख़त्म करने में लगा हुआ है।
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