मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश में बुलेट ट्रेन के सारे क्लियरेंस का ऐलान कर दिया है जिसके बाद रेल बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की रफ्तार और तेजी पकड़ेगी। एक अनुमान के मुताबित साल 2026 तक यह प्रोजेक्ट पटरी पर दौड़ने लगेगा. राज्य में सरकार के बदलने पर पहली बार इस प्रोजेक्ट को रफ़्तार देने के […]
मुंबई : महाराष्ट्र सरकार ने प्रदेश में बुलेट ट्रेन के सारे क्लियरेंस का ऐलान कर दिया है जिसके बाद रेल बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की रफ्तार और तेजी पकड़ेगी। एक अनुमान के मुताबित साल 2026 तक यह प्रोजेक्ट पटरी पर दौड़ने लगेगा. राज्य में सरकार के बदलने पर पहली बार इस प्रोजेक्ट को रफ़्तार देने के लिए काम किया गया है. अब इस प्रोजेक्ट को सभी तरह की मंजूरी मिल गई है. महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट की बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसकी जानकारी दी.
बता दें कि राज्य में यह बुलेट ट्रेन अगले साल तक यानी 2023 तक चलनी थी लेकिन इसमें देरी हो गई. ऐसा महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण की धीमी रफ्तार के कारण हुआ. इतना ही नहीं कोरोना ने भी इसकी रफ़्तार में बाधा डाली. बहरहाल अब तक महाराष्ट्र में केवल 20 फीसदी जमीन का ही अधिग्रहण हो सका है. जानकारी के अनुसार पिछले दिनों महाराष्ट्र सरकार बुलेट ट्रेन के लिए जमीन अधिग्रहण करवाने में किसी भी तरह की रुचि नहीं दिखा रही थी.
अब महाराष्ट्र की सत्ता में बड़ा बदलाव आया है. जिसके बाद शिवसेना के उद्धव ठाकरे वाली सरकार नहीं बल्कि शिंदे गुट की सरकार राज्य में है. कुल मिलाकर कांग्रेस और एनसीपी की सरकार महाराष्ट्र से जा चुकी है. ख़बरों की मानें तो सत्ता में परिवर्तन आने के बाद से ही यह अटकलें लगाई जा रही थी कि अब बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में कमी आएगी. अहमदाबाद से मुंबई तक का यह बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट 508 किलोमीटर की दूरी को लेकर प्रस्तावित किया गया है.
बता दें, इस बुलेट ट्रेन लाइन में कुल 12 स्टेशन होने वाले हैं. जिनमें से 8 स्टेशन गुजरात में होंगे और बाकी के 4 स्टेशन महाराष्ट्र में होने वाले हैं. साबरमती से वापी तक की कुल 352 किलोमीटर की दूरी के बाद यह बुलेट ट्रेन गुजरात में होगी. इस सेक्शन के 61 किलोमीटर में बुलेट ट्रेन के पिलर लग चुके हैं और 170 किलोमीटर पर काम चल रहा है.
महाराष्ट्र: पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय पहुंचे संजय राउत, कहा- जिंदगी में कभी गलत काम नहीं किया