हैदराबाद : केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर जारी हिंसा के बीच तेलंगाना के सिकंदराबाद में बड़ा हादसा होने से बच गया. नई सैन्य भर्ती नीति यानी ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में गुस्साई भीड़ ने तेलंगाना में कई ट्रेनों में आग लगा दी है. साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया. बता दें, प्रदर्शनकारियों […]
हैदराबाद : केंद्र की अग्निपथ योजना को लेकर जारी हिंसा के बीच तेलंगाना के सिकंदराबाद में बड़ा हादसा होने से बच गया. नई सैन्य भर्ती नीति यानी ‘अग्निपथ योजना’ के विरोध में गुस्साई भीड़ ने तेलंगाना में कई ट्रेनों में आग लगा दी है. साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया. बता दें, प्रदर्शनकारियों ने ट्रेन के उस डिब्बे में आग लगाने की कोशिश की, जिसमें लगभग 40 व्यक्ति सवार थे.
प्रदर्शन के दौरान बिहार के बिहिया रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर से लगभग 3 लाख रु. की लूट हुई . प्रदर्शनकारियों ने बिहार के बिहिया रेलवे स्टेशन पर लूट की। इसके अलावा जीआरपी के सामने में भी प्रदर्शकारियों ने लूटपाट की.
बिहार समेत कई राज्यों के छात्र अग्निपथ स्कीम के नियमों पर नाराज हैं, उनका कहना है कि अग्निपथ स्कीम में चार साल के कॉन्ट्रैक्ट में सेना में भर्ती किया जाएगा. फिर उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति (रिटायरमेंट) दे दी जाएगी और ग्रैजुटी या पेंशन जैसे लाभ भी नहीं मिलेंगे जो कि उनकी नजर में ठीक नहीं है.
देश में अग्निपथ स्कीम को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्र बेहद गुस्से में नजर आए. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि हम सेना में जाने के लिए बहुत कड़ी मेहनत करते हैं. इसे चार साल के लिए सीमित कैसे किया जा सकता है? जिसमें ट्रेनिंग के दिन और छुट्टियां भी शामिल हों? सिर्फ तीन साल की ट्रेनिंग के बाद हम देश की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? सरकार को इस स्कीम को वापस लेना चाहिए या इसमें बदलाव करने चाहिए. वहीं, अन्य लोगों का ये भी कहना है कि वे चार साल के बाद काम करने कहां जाएंगे? चार साल की सर्विस के बाद वे लोग बेघर हो जाएंगे. इसलिए वे लोग सड़कों पर उतरे हैं. प्रदर्शनकारी ने कहा कि देश के नेताओं को समझना होगा कि जनता जागरूक है.