नई दिल्ली : राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी यूपी में योगी सरकार के द्वारा धर्मांतरण विरोधी कानून में संशोधन का विरोध कर रहे है.बीते कुछ महीनों में यह दूसरा मौका है.जब राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी ने योगी सरकार के फैसले का विरोध किया है.बता दें इससे पहले उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान नेम प्लेट लगाने वाले फैसले का भी पुरजोर विरोध किया था.
धर्मांतरण रोधी कानून में संशोधन के जरिए हिन्दू-मुस्लिम जोड़ों को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नीति निर्माता के तौर पर हमें यह समझना चाहिए कि हर नीति का गलत असर प्रभाव भी पड़ सकता है.हमारा इरादा भले ही कितना अच्छा हो लेकिन अगर यह प्रभावी नहीं हो तो किसी काम का नहीं है.आप जो कुछ भी कर रहे है वह वास्तव में चिंता का विषय है.
जयंत चौधरी ने कहा कि अंतरधार्मिक विवाह के लिए सरकार की मंजूरी की जरूरत नहीं होती है.उन्होंने कहा कि मैं ऐसी नीति के पक्ष में बिल्कुल नहीं हूँ. हम सभी को अपने धर्म का पालन करने की आजादी होती है.हमें किसी भी धर्म की पालन नहीं करने की आजादी है. इसलिए, मुझे लगता है कि हमें लोगों को स्वतंत्रता देनी चाहिए.
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