Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • शादी के बाद जोड़ा बना 11 बच्चों का माता-पिता, कहानी जानकर हो जाएंगे इमोशनल

शादी के बाद जोड़ा बना 11 बच्चों का माता-पिता, कहानी जानकर हो जाएंगे इमोशनल

उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से अनोखा मामला सामने आया है. दंपति ने शादी के दौरान 11 गरीब बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है, जो किसी मिसाल से कम नहीं है.

Advertisement
Kanpur marriage couple adopted 11 poor children
  • November 30, 2024 3:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात से अनोखा मामला सामने आया है. बता दें एक जोड़ा शादी के साथ ही 11 बच्चों के माता-पिता बन गए है. लेकिन कैसे आइए जाते है. सिकंदरा क्षेत्र की रहने वाली दीक्षा यादव और उनके पति ने अपनी शादी को यादगार बनाने के लिए ऐसा कदम उठाया, जिसकी हर तरफ तारीफ हो रही है और लोग इनकी कहानी सुनकर बेहद इमोशनल भी हो रहे है. दंपति ने शादी के दौरान 11 गरीब बच्चों को गोद लेकर उनकी शिक्षा की जिम्मेदारी उठाने का फैसला किया है, जो किसी मिसाल से कम नहीं है.

11 बच्चों को लिया गोद

दीक्षा यादव एक स्वयंसेवी संस्था भी चलाती हैं और उन्होंने अपनी शादी में समाज के लिए कुछ अच्छा और भला करने का प्लान बनाया। उन्होंने अपने पति की सहमति से उन 11 बच्चों को गोद लिया, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और शिक्षा से वंचित हैं। शादी के दौरान इन बच्चों को मंच पर बुलाकर सम्मानित किया गया और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं।

इस दौरान दीक्षा ने बताया कि समाज में हम अक्सर अपने और अपनों के लिए सोचते हैं, लेकिन समाज के कमजोर और वंचित वर्ग की मदद करना भी हमारी जिम्मेदारी है। आगे उन्होंने कहा कि शादी पर लाखों-करोड़ों का खर्च होता है। अगर इसी खर्च का एक हिस्सा जरूरतमंदों की मदद में लगाया जाए, तो उनका जीवन बेहतर हो सकता है। दीक्षा ने यह भी कहा कि उनका यह कदम केवल बच्चों को शिक्षा दिलाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि वह उन्हें बेहतर भविष्य के लिए प्रेरित भी करेंगी।

जोड़े की जमकर हो रही सराहना

इस अनोखी शादी को देखकर समाज के सभी लोग इस कार्य की जमकर सराहना कर रहे है. दीक्षा का मानना है कि विवाह केवल दो लोगों का मिलन नहीं, बल्कि समाज को बेहतर बनाने का अवसर भी है। उन्होंने यह भी अपील की कि अगर हर व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार ऐसा कदम उठाए, तो देश में कोई भी बच्चा शिक्षा और प्रेम से वंचित नहीं रहेगा। इस अनोखी पहल ने कानपुर देहात में एक नई मिसाल कायम की है और समाज के अन्य लोगों को भी प्रेरित किया है कि वे अपनी खुशियों को दूसरों की भलाई के साथ जोड़कर उन्हें और यादगार बना सकते हैं।

ये भी पढ़ें: आस्था के साथ हुआ खिलवाड़, भगवान काल भैरव की मूर्ति को पिलाई सिगरेट, वीडियो वायरल

Advertisement