लखनऊ: दिल्ली में बाढ़ के बाद अब उत्तर प्रदेश में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से उत्तर प्रदेश के यमुना किनारे बसे कई जिलों में बाढ़ आने की संभावना बनी हुई है. ऐसी ही एक खबर UP के आगरा से आ रही है. बता दें कि यमुना का जलस्तर करीब 45 सालों के रिकॉर्ड को […]
लखनऊ: दिल्ली में बाढ़ के बाद अब उत्तर प्रदेश में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से उत्तर प्रदेश के यमुना किनारे बसे कई जिलों में बाढ़ आने की संभावना बनी हुई है. ऐसी ही एक खबर UP के आगरा से आ रही है. बता दें कि यमुना का जलस्तर करीब 45 सालों के रिकॉर्ड को तोड़ चुका है. विश्वप्रसिद्ध ताजमहल की दीवारों तक यमुना नदी का पानी पहुंच गया है.
निचले इलाकों में घुसा पानी
दिल्ली के बाद अब आगरा में नदी का जलस्तर बढ़ गया है निचले इलाकों में पानी बढ़ने लगा है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार लोगों को सतर्क कर रही है और सुरक्षित स्थानों की तरफ ले जाने की व्यवस्था कर रही है. प्रशासन ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए पहले ही बाढ़ राहत कैंप का निर्माण कर लिया है.
मुग़ल गार्डन में भरा पानी
यमुना नदी का पानी ताजमहल के मुगल गार्डन में भर गया है. यमुना के बढ़े जलस्तर को लेकर प्रशासन पहले से अलर्ट मोड पर आ गया है. ताजमहल के आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है. पोइयाघाट और ताजगंज श्मशान भी जलमग्न हो गए हैं.
कौन से जिले है प्रभावित
यूपी में भी यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से यूपी के गौतमबुद्ध नगर,आगरा,अलीगढ़, शामली, मथुरा, फिरोजाबाद जैसे जिलों में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. तो वही नीचले इलाको में पानी भर रहा है जिससे लोगो को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ASI ने क्या कहा
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से जब इस पर बात की गई तो उन्होंने बताया कि यमुना नदी के बढ़े हुए जलस्तर से ताजमहल को कोई खतरा नहीं है. उल्लेखनीय है कि ताजमहल की दीवार तक यमुना का पानी केवल 1978 में पहुंचा था उस समय भी स्मारक को किसी प्रकार की कोई नुकसान नहीं हुआ था. ऐसे में इस बार भी स्मारक सुरक्षित रहेगा.
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